बीपी, कैंसर जैसी बीमारियों को दूर करने वाले 10 आसन, डायबिटीज कंट्रोल करेगा कोणासन,सूर्य नमस्कार दिलाएगा मोटापे से छुटकारा
कोरोना के बाद से क्रोनिक डिसीज तेजी से बढ़ रही हैं। कम उम्र में ही हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिसीज, डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियां हो रही हैं। आज योग दिवस पर मुंबई योग इंस्टीट्यूट की योग गुरु हंसा जी योगेंन्द्र और याोग इंस्ट्रक्टर सौरभ बोथरा से जानिए कि वो कौन-से सरल योग और प्राणायाम हैं जो इन बीमारियों से बचा सकते हैं।
1. दिल की बीमारियां: भुजंगासन दिल की मांसपेशियां मजबूत करके रक्त प्रवाह सुधारता है
आसन: भुजंगासन और सेतुबंधासन हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं। ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करते हैं। पीठ, फेफड़ों, कंधों, सीने और पेट के निचले हिस्से को इससे अच्छा खिंचाव मिलता है और लचीलापन आता है।
प्राणायाम: अनुलोम-विलोम प्राणायाम फेफड़ों की क्षमता बढ़ाते हैं और हृदय को भी स्वस्थ करते है। यह श्वसन प्रक्रिया को नियमित करते हैं। रक्त व शरीर के सभी अंगों तक पर्याप्त आक्सीजन पहुंचाने में मददगार हैं।
2. कैंसर: ताड़ासन शरीर में ऊर्जा का स्तर सुधारकर उसे लचीला बनाता है
आसन: वैसे योग कैंसर का इलाज नहीं कर सकता, लेकिन ताड़ासन और त्रिकोणासन जैसे आसन एनर्जी लेवल में सुधार करते हैं और शरीर में लचीलापन बढ़ाते हैं। कैंसर रोगियों के लिए भी ये उपयोगी हैं। इससे चिंता और तनाव से राहत मिलती है। मांसपेशियों और नर्वस सिस्टम को मजबूत बनाता है।
प्राणायाम: गहरी सांस वाले उज्जायी प्राणायाम से चिंता कम करने और कैंसर के उपचार के दुष्प्रभावों को कम करने में मदद मिलती है। इससे शरीर की दूषित वायु बाहर निकल जाती है और शरीर में अधिक स्वच्छ और गर्म वायु पहुंचती है।
टिप्स: कैंसर की रोकथाम के लिए पूरे शरीर को स्वस्थ रखने वाले योग नियमित करना चाहिए। योग कैंसर पीड़ित को मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा देने में भी उपयोगी है।