अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में लोगों ने किया योग

रोहित सेठ

 

 

 

 

 

वाराणसी। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बुधवार को जनपद के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में लाखों लोगों ने योग किया। जान्ह्वी के सभी घाटो के अलावा मुख्य कार्यक्रम श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर में आयोजित हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में उत्तर प्रदेश के आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ उपस्थित रहे। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, महापौर अशोक तिवारी, विधायक टी राम, कमिश्नर कौशल राज शर्मा व जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, आयुष मंत्री के पीआरओ गौरव राठी सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं जन सामान्य प्रमुख रूप से उपस्थित होकर योगाभ्यास किया।

हमारे योग और आयुर्वेद जैसे धरोहर विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं-योगाभ्यास, जो हमें मानसिक और शारीरिक रूप से अत्यंत शक्तिशाली बनाते है -दयाशंकर मिश्र ‘दयालु

उत्तर प्रदेश के आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने दीप प्रज्वलित कर योग कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने अपने उद्बोधन के बाद प्रधानमंत्री के सन्देश को पढ़ा। उन्होंने कहा कि योग से विश्व का कल्याण हो रहा है। हमारे योग और आयुर्वेद जैसे धरोहर विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। योगाभ्यास हमें मानसिक और शारीरिक रूप से अत्यंत शक्तिशाली बनाते हुए आधुनिक जीवन के कठिन से कठिन चुनौतियों का सामना प्रभावी ढंग से करने के लिए तैयार करता है।

योग एक ऐसी प्रवृत्ति है, जिसका इतिहास हजारों वर्ष पुराना है, यह हमारे आत्मिक शांति के सर्वोत्तम साधनों में से एक है

योग एक ऐसी प्रवृत्ति है, जिसका इतिहास हजारों वर्ष पुराना है, यह हमारे आत्मिक शांति के सर्वोत्तम साधनों में से एक है। इस अवसर पर मुख्य योग प्रशिक्षक मनीष कुमार पाण्डेय, डॉ धनंजय मिश्रा, श्रेया सिंह एंकर, डॉक्टर मोनिका मोहीनानी ने सारे योग के प्रोटोकॉल के अनुसार सभी को योग के बारे में बताया।विश्व आयुर्वेद परिषद के राष्ट्रीय सम्पर्क प्रमुख डाक्टर के के द्विवेदी ने मंच का सन्चालन किया तथा क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं युनानी अधिकारी वाराणसी डॉ भावना द्विवेदी ने धन्यवाद ज्ञापन किया क्षेत्रीय युनानी अधिकारी डाक्टर नियाज़ अहमद ने भी योग किया।

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर में कुल 1164 गणमान्य व्यक्तियों एवं विभिन्न संस्थानों के लोगों द्वारा योग कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। वही गंगा किनारे कुल 30 घाटों पर योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 8321 व्यक्तियों द्वारा योग किया गया। जनपद की समस्त कुल 694 ग्राम पंचायतों में उपर्युक्त स्थानों पर योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 48580 व्यक्तियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

जनपद के सभी 08 विकास खंड, 694 ग्राम पंचायतों में भी लोगो ने किया योग, जनपद में कुल 6 लाख 70 हजार लोगों ने योग किया

सभी 8 विकास खंड परिसर में आयोजित योग कार्यक्रम में कुल 3430 व्यक्तियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।तीनों तहसील मुख्यालयों में कुल 1560 व्यक्तियों द्वारा योग कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। नगर निगम के कुल 100 वार्ड स्थित उपयुक्त स्थानों पर कुल 14500 व्यक्तियों द्वारा योग कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित जनपद के कुल 1600 प्राथमिक विद्यालयों में 190000 छात्रों द्वारा योग कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। माध्यमिक शिक्षा एवं सीबीएसई बोर्ड के कुल 598 विद्यालयों में योग कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें 100464 छात्रों द्वारा योग कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।

बताते चलें कि इन दिनों पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर एक अगाध उत्साह और उमंग देखा जा रहा है। गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा सितंबर 2014 में, प्रति वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की और यह कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि यह हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीते 9 वर्षों के सबसे महान उपलब्धियों में से एक है। प्रधानमंत्री मोदी ने योग और आयुर्वेद समेत भारत के समस्त प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों के ज्ञान को संरक्षित और संवर्धित करने के उद्देश्य के साथ, नवंबर 2014 में आयुष मंत्रालय का भी गठन किया और उनका यह प्रयास अभी तक अपने लक्ष्यों को इष्टतम रूप से हासिल करने में पूर्णतः सफल रहा है।

योग से हो रहा विश्व का कल्याण-आयुष मंत्री

आयुष प्रणाली निश्चित रूप से हमारे समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहरों का सबसे महान प्रतीक है। एक ऐसे समय में, जब पूरी इंसानी सभ्यता प्राकृतिक और मानव जनित आपदाओं के कारण अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रही है, तो हमारे योग और आयुर्वेद जैसे धरोहर विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।

आधुनिक जीवन के कठिन से कठिन चुनौतियों का सामना प्रभावी ढंग से करने के लिए तैयार करता है

यह वास्तव में एक ऐसा अभ्यास है, जो हमें मानसिक और शारीरिक रूप से अत्यंत शक्तिशाली बनाते हुए, आधुनिक जीवन के कठिन से कठिन चुनौतियों का सामना प्रभावी ढंग से करने के लिए तैयार करता है। इतना ही नहीं, यह हमें प्रकृति से साथ जोड़ने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस जैसे प्रयासों से हमें अपने आंतरिक चेतना और बाहरी दुनिया के बीच संबंधों को प्रगाढ़ करने में और अधिक मदद मिलेगी।

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