अहंकार व अराजकता की प्रतिमूर्ति था आपातकाल: साध्वी – भाजपाईयों ने हाथों में काली पट्टी बांधकर जताया विरोध
फतेहपुर। वर्ष 1975 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने लोकतंत्र को समाप्त करके आपातकाल को पूरे देश में लागू कर दिया था। इस आपातकाल को अहंकार व अराजकता की प्रतिमूर्ति बताते हुए भाजपा कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें भाजपाईयों ने हाथों में काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिले की सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने हिस्सा लिया। उन्होने कहा कि आपातकाल के माध्यम से 1975 में कांग्रेस ने लोकतंत्र को समाप्त करने का कुत्सित प्रयास किया लेकिन राष्ट्रवादी संगठनों के कठिन संघर्ष के फलस्वरुप इंदिरा गांधी का ये स्वप्न पूरा नहीं हो सका। आपातकाल अहंकार और अराजकता की साक्षात प्रतिमूर्ति था। जिसकी त्रासदी को शब्दों से बताना मुश्किल है। आज के दिन हम लोकतंत्र सेनानियों का पुण्य स्मरण करते हुए भारतीय लोकतांत्रिक मूल्यों को सदैव अक्षुण्ण रखने का संकल्प लें। इस मौके पर प्रदेश कार्य समिति सदस्य दिनेश राय, पूर्व जिलाध्यक्ष महेंद्रनाथ बाजपेई, जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा, बिंदकी विधायक जय कुमार सिंह जैकी, पूर्व विधायक विक्रम सिंह, कोआपरेटिव अध्यक्ष प्रभुदत्त दीक्षित, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश बाजपेई, प्रदीप गर्ग, अर्चना त्रिपाठी, सुशीला मौर्या, धनंजय द्विवेदी, अजय सिंह रिंकू, चन्दन सिंह चैहान, सहित सैकड़ो भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।