किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु जिला प्रशासन की टीम किसानों के साथ खड़ी है-जिलाधिकारी

रोहित सेठ

 

 

 

 

 

 

 

वाराणसी। कृषि विभाग की ओर से रविवार को आयुक्त सभागार में जनपद स्तरीय “खरीफ उत्पादकता गोष्ठी एवं कृषक वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम” का आयोजन किया गया। खरीफ उत्पादकता गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने किसानों को कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठाने की सलाह देते हुए कहा किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु जिला प्रशासन की टीम किसानों के साथ खड़ी है।

दफ्तर से बाहर निकलकर किसानों तक पहुंचे अफसर-जिलाधिकारी

किसानों ने जिलाधिकारी के समक्ष नहरों में पानी न आने,सफाई न होने के साथ ही क्षतिग्रस्त सिंचाई नाली व नलकूपों में खराबी की समस्या से अवगत कराया। चिरईगांव के नागेंद्र प्रताप सिंह ने शारदा सहायक नहर की सफाई न होने एवं नहर में गोइठहां एसटीपी का प्रदूषित पानी छोड़े जाने से किसानों की फसलों की हो रही क्षति का मामला उठाया, इसी प्रकार जफराबाद, हसनपुर, छित्तमपुर, पिण्ड्रा के किसानों ने अपनी समस्या सुनायी। जिलाधिकारी ने बड़ी ही शिद्दत के साथ किसानों की समस्याओं को सुना और नहर,नलकूप व सिंचाई विभाग के अधिकारियों से किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान करते हुए अवगत कराने का निर्देश दिया।इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि आफिस में बैठने से किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा

उन्होंने कृषि, उद्यान, मत्स्य, सिंचाई, नलकूप, विद्युत विभाग के अधिकारियों की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि अफसर दफ्तर से बाहर निकलें और किसानों के खेतों तक पहुंचकर उनकी कृषि से संबंधित समस्याओं का समाधान करें।

पेड़ व मेड़ की संस्कृति कायम करें किसान- सीडीओ

खरीफ गोष्ठी में उपस्थित किसानों को सम्बोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने चोलापुर के बबियांव गांव के किसान सौरभ रघुवंशी के यहां लगाये गये मियाजाकी आम की चर्चा करते हुए कहा कि ऐसा आम जिसकी कीमत लाखों रूपये है,ऐसे आम को वाराणसी में भी उगाया जा सकता है जो किसानों की आमदनी बढ़ाने में भी सहायक है।उन्होंने किसानों से खेत की मेड़ों पर अधिक से अधिक फलदार पौधों पौधरोपण करके पेड़ व मेड़ की संस्कृति कायम करने की सलाह दी।

अरहर का बीज पाकर खिले किसानों के चेहरे

खरीफ गोष्ठी के दौरान कृषि विभाग की ओर से लगभग दो सौ किसानों को अरहर के बीज का नि:शुल्क मिनीकिट (प्रत्येक किसान को तीन किलोग्राम) बितरित किया गया। जिलाधिकारी व सीडीओ ने किसानों को अरहर का मिनीकिट प्रदान कर मिनीकिट बितरण का शुभारंभ किया।इसी प्रकार कृषक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में सवालों का सही जबाब देने वाले किसानों को इफको की ओर से नैनो यूरिया व इफको किट्स का बितरण किया गया। तकनीकी सत्र में कृषि विज्ञान के कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को तकनीकी जानकारी उपलब्ध करायी गयी।जिला कृषि अधिकारी संगम सिंह ने जनपद में खाद व बीज की उपलब्धता के सम्बंध में बिस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की।

कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक अखिलेश कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी संगम सिंह, जिला कृषि रक्षा अधिकारी राजेश कुमार राय, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी निरूपमा सिंह, केबीके के कृषि वैज्ञानिक डा.नरेंद्र रघुवंशी, डा.एन.के सिंह, ज्योति सिंह के साथ ही पशुपालन विभाग, मत्स्य, उद्यान, विजली, नलकूप, नहर, सिंचाई विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ ही भारी संख्या में जनपद के किसान उपस्थित रहे।

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