पत्रकार पिटाई मामले में एक सप्ताह बाद भी नहीं हुआ इंट्री माफियाओं की गिरफ्तारी,शिष्ट मंडल दल पहुंचा थाने

 

न्यूज़ वाणी में शोएब खान

दुर्गावती) कैमूर ज़िला के स्थानीय प्रखंड में लगभग आठ दिन पूर्व रास्ते से हिन्दी दैनिक के पत्रकार को उठाकर अभद्रता पूर्वक मारपीट मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी  करने की मांग को लेकर  थाने पहुचे लोग धरने पर उतर आए थे.इस मामले में पुलिस द्वारा आश्वासन के बाद लोग अपने अपने घरों को लौट गए.इस मामले को लेकर लोगों में पुरे दिन चर्चा का बिषय बना रहा कि कि आखिर वह कौन सा कारण बन रहा है कि प्राथमिकी दर्ज होने के लगभग आठ दिन  बाद भी आरोपियों को पकड़ पाने में पुलिस असफल साबित हो रही है. बताया जाता है कि बीते आठ दिन पूर्व  बालु लदी ओवर लोड ट्रको का पोटो ले रहे एक रिपोर्टर की पिटाई किए जाने का मामला प्रकाश में आया था. इस मामले में पीड़ित रिपोर्टर द्वारा कुछ नामजद तो कुछ अज्ञात लोगों के विरुद्ध पुलिस को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई थी. वही पुलिस भी मामले को गंभीरता से लेते हुए  प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई थी.लेकिन प्राथमिकी के आठ दिन बाद भी इन आरोपियों को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ पाई है. पुलिस की कार्यशैली से क्षुब्ध होकर संभ्रांत जनों का एक शिष्टमंडल रविवार को थाने पहुंचकर आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई . इस दौरान मौके पर मौजूद एसआई सतीश कुमार सिंह द्वारा गिरफ्तारी को लेकर दिए गए आश्वासन से संतुष्ट होकर लोग घर को लौट गए
मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र के डुमरी गांव के रहने वाले तुराब खान बिहार दर्शन के स्थानीय रिपोर्टर‌ बताए जाते हैं .तुराब ख़ान ने पुलिस को आप बिती घटना बताते हुए आवेदन के माध्यम से न्यायिक इंसाफ की गुहार लगाई है.रिपोटर तुराब खान द्वारा पुलिस को दिए आवेदन में कहा गया है कि मैं अपने गांव डुमरी से समाचार संकलन हेतु कस्थरी चौराहा के तरफ जा रहा था.तभी कस्थरी के पास ओवरलोड बालू लदी ट्रक जो टोल प्लाजा डिडखिली पार कर कर्णपुरा ओवर ब्रिज होते हुए कस्थरी मार्ग द्वार ककरैत बॉर्डरमार्ग द्वार पार कर उत्तरप्रदेश की तरफ जा रही थी. गाड़ी देख मैं सड़क किनारे खड़ा हो गया. और ओवरलोड बालू वाहन देख फोटो निकालने लगा. तभी गाड़ी को संरक्षण दे रहे लोग अपने वाहन सफेद रंग की सिफ्ट कार‌ से आ धमके.कार बिना नंबर प्लेट की थी.आवेदन में रिपोर्टर ने पांच हमलावरों का नाम बताया है. जोअपने हाथ में कट्टा लिए साथ में उतरे थे .और सर में सटाकर जबरन गाड़ी में बिठाकर सावठ रेलवे लाइन की तरफ सुनसान जगह ले जाकर मारपीट किए. रिपोर्टर ने दिए आवेदन में यह भी बताया है कि हमलावरों के सहयोग में एक दूसरी कार में भी चार अज्ञात लोग थे.जब रिपोर्टर बेहोश हो गया तो लोग छोड़ कर चले गए.  रिपोर्टर ने हमलावरों द्वारा पीटने के क्रम में अभद्र बर्ताव किए जाने का भी आरोप लगाया है.  होश आने के बाद  रिपोर्टर किसी तरह अपने गांव पहुंचा. इसके बाद गाव के सरपंच व कुछ लोगों के साथ थाने पहुच कर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है. इस घटनाक्रम में पीड़ित रिपोर्टर का पी एच सी पर इलाज किया गया. इस संबंध में पूछे जाने पर मौके पर मौजूद एसआई सतीश कुमार सिंह द्वारा कहा गया कि ऐसी बात नहीं है प्राप्त आवेदन के आधार पर पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई में जुट गई है. आरोपियों के ठिकानों का पता लगाया जा रहा है जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी . पुलिस की बात से सहमत होकर शिष्ट मंडल  दल संतुष्ट हुआ . लेकिन चर्चा बनी रही कि अभियुक्त खुलेआम घूम रहे जो पुलिस के लिए चैलेंज बना हुवा है आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने के पीछे क्या कोई कानुनी अड़चनें है अथवा कुछ और लोगो के समझ से परे दिखता है.

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