उत्तर प्रदेश के आगरा में विवाह के डेढ़ साल बाद ही एक दंपती परिवार परामर्श केंद्र में जाने के लिए विवश हो गया। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि पत्नी ने पति के समक्ष पिता को छोड़ देने की शर्त रख दी थी। पत्नी ने शर्त रखी थी कि पति उसे या अपने पिता में से किसी एक को चुन ले। पत्नी की इस शर्त पर पति ने जो निर्णय लिया, उसे जानकर परिवार और परामर्श केंद्र में उस समय मौजूद कई लोगों ने उसे प्रशंसा शुरू कर दिया। पति ने कहा कि वह किसी भी सूरत में अपने बुजुर्ग पिता को अकेला नहीं छोड़ेगा। अगर पिता से समस्या है, तो पत्नी उसे छोड़ सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, मामला आगरा के शमशाबाद रोड स्थित राजपुर चुंगी क्षेत्र का है। पत्नी अपने सुसुर के साथ रहने को राजी नहीं है। इसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता रहता है। मामला इतना बिगड़ गया कि बात तलाक के मुहाने तक जा पहुंची। ऐसे में परिवार परामर्श केंद्र ने पति-पत्नी के बीच मामला सुलझाने का प्रयास किया, मगर पत्नी ने वहां भी ससुर से अलग रहने की ही शर्त रख दी। इस पर पति ने दो टूक कह दिया कि उसके पिता ने उसे पिता और मां दोनों का प्यार देकर पाल-पोसकर बड़ा किया है। वह उन्हें उम्र के इस पड़ाव पर कभी अकेले नहीं छोड़ सकता।
रिपोर्ट के अनुसार, इस परिवार में पति-पत्नी और बुजुर्ग ससुर कुल तीन ही लोग हैं। युवक की मां की देहांत बहुत पहले हो चुका है। ऐसे में उसके पिता ने ही मां की भी जिम्मेदारी निभाई। शख्स की पत्नी एक प्राइवेट स्कूल में टीचर है। वह किसी भी सूरत में अपने ससुर के साथ नहीं रहना चाहती है। उसकी शिकायत है कि पति हमेशा अपने पिता की ही बात मानता है और उसकी बातों को नज़रअंदाज़ करता है। वह चाहती है कि पति अपने पिता का छोड़ दे और उसके साथ रहने लगे। जबकि पति का कहना है कि मां के निधन के बाद उसके लिए पिता ही सब कुछ रहे। पिता ने भी उसकी परवरिश में कोई कसर नहीं छोड़ी। ऐसे में जब वह बुजुर्ग हो गए हैं, तो वह उन्हें कतई और किसी भी हाल में छोड़ नहीं सकता। परामर्श केंद्र ने भी पत्नी को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वो नहीं मानी। अब केंद्र ने दंपत्ति को कुछ दिन बाद आने और आपसी मतभेद मिटाने की सलाह दी है अगर आगे भी मामला नहीं सुलझता तो, पत्नी अपने पति को छोड़कर जा सकती है।