पेटीएम यूज करते हैं तो हो जाएं सावधान, साइबर अपराधियों की आपके वॉलेट पर है नजर, इस तरह कर रहे खाता खाली

 

आगरा में एक चिकित्सक न्यू शाहगंज निवासी हैं। उनका क्लीनिक कारगिल चौराहे के पास है। चिकित्सक ने बताया की 23 मई को उनके पास एक फोन कॉल आई। उसने खुद को पेटीएम कंपनी का कर्मचारी बताया। कहा कि आपके क्लीनिक पर पेटीएम का बॉक्स नहीं लगा है। बॉक्स की मदद से आने वाली धनराशि की जानकारी मिल जाती है। वह उसकी बातों में आ गए और निजी जानकारी दे दी।

आरोप है की इसके बाद उनका पेटीएम हैक हो गया। इसके बाद खाते से रुपये निकलने लगे। 9 बार में 1.22 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए। जब उन्हें जानकारी हुई तो उन्होंने उस व्यक्ति से बात की। मगर, उसने रुपये लौटाने से मना कर दिया। बाद में वह साइबर सेल में शिकायत करने गए। पेटीएम कंपनी को भी जानकारी दी। मगर, कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनकी रकम अब तक वापस नहीं मिल सकी है। शाहगंज पुलिस का कहना है की साइबर सेल की मदद से विवेचना कर कार्रवाई की जाएगी।

अनजान व्यक्ति पर नहीं करें विश्वास

साइबर सेल के प्रभारी सुल्तान सिंह का कहना है की साइबर अपराधी रोजाना किसी न किसी तरीके से लोगों को शिकार बनाते हैं। जागरुकता ही बचाव करा सकती है। मोबाइल पर बैंक अधिकारी, फाइनेंसकर्मी, पेटीएम कंपनी का कर्मचारी बताने वालों से सावधान रहना चाहिए। उन्हें किसी तरह की निजी जानकारी नहीं दें। ओटीपी नहीं बताना चाहिए। अगर, कॉल करके कोई लॉटरी का झांसा देता है तो भी बातों में नहीं आए। ठगी होने पर सबसे पहले साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें।

पहले की दोस्ती फिर खाते में डलवाए रुपये

शाहगंज थाना क्षेत्र के अर्जुन नगर निवासी युवक से पहले साइबर ठग ने इंस्टाग्राम पर दोस्ती की। कुछ दिनों के बाद क्रिप्टो करेंसी में रुपये निवेश कर फायदा कराने का लालच दिया। मुनाफे के चक्कर में उसने साइबर ठग के खाते में 80 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। रुपये मिलने के बाद ठग ने अपनी इंस्टाग्राम आईडी बंद कर दी।

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