मादक पदार्थों की खेप गैर जनपद पहुंचाने में एंबुलेंस का हो रहा इस्तेमाल – गोरखधंधे में निजी नर्सिंग होम संचालक भी लिप्त – जिले की पुलिस को नहीं लग पाती भनक, चल रहा अवैध कारोबार
फतेहपुर। पुलिस भले ही जिले में अवैध मादक पदार्थों की बिक्री की रोकथाम किए जाने का दंभ भर रही हो लेकिन अब इस गोरखधंधे में लिप्त लोगों ने नया रास्ता खोज निकाला है। इस अवैध धंधे में निजी नर्सिंग होम संचालक को शामिल करके मादक पदार्थों की खेप गैर जनपद पहुंचाने में निजी एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिले की पुलिस को इस कारोबार की भनक तक नहीं है। जिससे यह कारोबार दिन-रात फल-फूल रहा है और इस धंधे में लिप्त लोग चांदी काट रहे हैं।
बताते चलें कि मादक पदार्थों की तस्करी व बिक्री में इस जनपद का विशेष स्थान है। शहर क्षेत्र के कई इलाके आज भी मादक पदार्थ बिक्री के केंद्र माने जाते हैं। मादक पदार्थों की तस्करी भी गैर जनपद यहां से खूब होती है। इस धंधे में लिप्त माफियाओं ने अब एक नया रास्ता खोज निकाला है। अब इस धंधे में स्वास्थ्य महकमे से जुड़े लोगों को शामिल कर लिया है। जल्द अमीर बनने के सपने संजोये लोग इस धंधे में लिप्त होते जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार शहर क्षेत्र के एक निजी नर्सिंग होम का संचालक भी इस धंधे में उतर आया है। शहर क्षेत्र से मादक पदार्थों की तस्करी के लिए निजी एंबुलंेस का सहारा लेकर गैर जनपद मादक पदार्थ की तस्करी की जा रही है। प्रतिदिन मरीजों को इलाज के लिए कानपुर समेत गैर जनपद ले जाने वाली निजी एंबुलेंसों मंे मादक पदार्थ की खेप रख दी जाती है और बड़ी ही आसानी से यह खेप नये मालिक तक पहुंच जाती है। क्योंकि एंबुलेंस की न तो रास्ते में चेकिंग होती है और न ही इस ओर पुलिस की निगाह टेढ़ी होती है। जिसका फायदा यह धंधेबाज उठा रहे हैं। इस जनपद से प्रत्येक दिन मादक पदार्थों की खेप गैर जनपद पहुंचाई जा रही है। इस धंधे में एंबुलेंस के इस्तेमाल की जानकारी शायद पुलिस को हो। यदि होती तो प्रतिदिन एंबुलेंस चेकिंग का अभियान भी चलाया जाता, लेकिन ऐसा नहीं है। जिस कारण यह धंधा अब जोर-शोर से शहर क्षेत्र में फल-फूल रहा है। निजी एंबुलेंस का संचालन करने वाले लोग नये उम्र के चालकों को एबंुलेंस की स्टेयरिंग पकड़ाये हुए हैं। यह युवा नशे के साथ-साथ अधिक धन कमाने के लालच में इस मकड़जाल में फंस रहे हैं। यदि जनपद की पुलिस ने जल्द ही इस पर अंकुश न लगाया तो इस धंधे में और भी लोग शामिल हो जायेंगे जो भविष्य में पुलिस के लिए सिरदर्द बनेंगे।