सुल्तानपुर। किसान से डेढ़ लाख रुपए लेकर उसे 2240 रुपए की रसीद पकड़ाना बिजली विभाग के अवर अभियंता को महंगा पड़ गया है। पीड़ित की शिकायत पर अयोध्या मंडल के मुख्य अभियंता ने अधिशाषी अभियंता को जांच के निर्देश दिए हैं। उन्हें एक सप्ताह में रिपोर्ट मंडल अधिकारी को सौंपना है। उच्च अधिकारी की कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।
मामला कोतवाली देहात थाना अंतर्गत नकराही ग्राम सभा से जुड़ा है। यहां के रहने वाले इखलाक अहमद ने बीते दिनों निजी नलकूप विद्युत संयोजन के लिए आवेदन किया था। आरोप है कि विद्युत वितरण खंड प्रथम के अवर अभियंता राम जनम ने किसान से डेढ़ लाख रुपए लिया और उसे 2240 रुपए की रसीद थमा दिया। उसने आपत्ति किया तो कनेक्शन नहीं देने की धमकी दी गई। अंत में किसान इखलाक ने UPPCL के अध्यक्ष के पास मामले की शिकायत किया।
इस पर महकमा हरकत में आ गया। मुख्य अभियंता अयोध्या परिक्षेत्र ने शिकायत कर्ता के प्रार्थना पत्र और शपथ पत्र के आधार पर केएनआई के अवर अभियंता के खिलाफ जांच कमेटी बनाया। जिसमें अधिशाषी अभियंता वेंकटरमन को जांच अधिकारी नामनित कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट तलब किया है।
इससे पूर्व भी एक निजी नलकूप के मामले में अवर अभियंता और उप खंड अधिकारी को बचाने के लिए एक लिपिक की बलि चढ़ाई जा चुकी है। जांच प्रारंभ होने के पहले ही अवर अभियंता राम जनम ने शिकायत कर्ता को पैसा वापस करते हुए माफी मांगा है। यही नहीं अपने ऊपर लगे आरोपों को छिपाने के लिए शिकायतकर्ता से पुनः शपथ पत्र भी लिया गया है।