मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना- कोविड एवं सामान्य के अंतर्गत माता-पिता एक अथवा दोनों को खो देने वाले बच्चों को सरकार द्वारा आर्थिक मदद प्रदान की गई

 

ब्यूरो संजीव शर्मा

 

न्यूज़ वाणी जसवंतनगर/इटावा। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना- कोविड एवं सामान्य के अंतर्गत माता-पिता एक अथवा दोनों को खो देने वाले बच्चों को सरकार द्वारा आर्थिक मदद प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही 10 वर्ष या इससे कम आयु के अनाथ बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ बाल गृह विद्यालयों में पालन-पोषण की व्यवस्था है।
यह बात यहां निलोई गांव के प्राइमरी स्कूल में बाल संरक्षण विशेषज्ञ प्रेम कुमार शाक्य ने कही। वे ग्राम बाल संरक्षण समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे बालक अथवा बालिका जिन्होंने माता पिता में से एक या दोनों को कोविड-19 से खो दिया उन्हें 4000 रूपए प्रतिमाह व सामान्य मौत से खो देने पर 2500 रूपए प्रतिमाह की धनराशि सरकार द्वारा उन अनाथ या संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों को प्रदान की जा रही है। उनकी शिक्षा व्यवस्था को जारी रखने के लिए भी सरकार मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की इस योजना से अब तक जनपद के करीब पांच सैकड़ा बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है। शाक्य ने बताया कि क्षेत्र की लगभग सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम बाल संरक्षण समितियां इस हेतु लगातार सक्रिय हैं। जिला प्रोबेशन कार्यालय के निर्देशन में ग्राम बाल संरक्षण समितियों के माध्यम से बाल श्रम पर चर्चा, बाल विवाह की जागरूकता पर चर्चा करने के साथ ही उक्त योजना से कोई बालक या बालिका वंचित न रह जाए इसके लिए प्रयास जारी हैं। प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकत्री को इस हेतु जिम्मेदारी दी गई है कि वे ऐसे बच्चों को चिन्हित कर उन्हें लाभान्वित कराने में सहयोग करें।
इस दौरान प्रधानाध्यापिका रमन भदौरिया, प्रधान प्रतिनिधि रजत गौतम, आंगनबाड़ी कार्यकत्री सिया देवी, आशा देवी, अवनीत कुमारी, सहायिका राजो देवी, अनुराधा, मिथिलेश, अध्यापिका नंदनी पाल व प्रीती यादव के अलावा, किरन देवी, छाया देवी, रेखा देवी, जमुना देवी, वेद कुमारी, छुन्नी देवी आदि महिलाएं मौजूद रहीं।

 

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