15 फीट के गहरे गड्ढे में डूबने से स्टूडेंट की हुई मौत, सीकर में बारिश से भरे पानी में खुला पड़ा था; गुस्साए लोगों ने शहर किया बंद

 

राजस्थान के सीकर में बारिश के कारण 15 फीट गहरे गड्ढे में गिरने से एक कोचिंग स्टूडेंट की मौत हो गई। इस घटना के विरोध में आज सीकर को बंद रखा गया है। वहीं, लोगों ने एसके अस्पताल के बाहर धरना शुरू कर दिया है। दरअसल नवलगढ़ रोड पर इन दिनों सीवरेज लाइन का काम चल रहा है। इसी के तहत महिला थाने के पास 15 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था। करीब 15 दिनों से यह खुला ही था। युवक की मौत के बाद स्थानिय लोगों का गुस्सा फूट गया है।

मृतक युवराज मीणा (16) झुंझुनू का रहने वाला था। जो सीकर की कोचिंग का स्टूडेंट था। शनिवार रात कोचिंग से वापस अपने रूम की तरफ जा रहा था। इसी दौरान नवलगढ़ रोड पर पानी भरा होने के चलते उसे गड्ढा नहीं दिखा। युवक गड्ढे में जा गिरा। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सीकर सिविल डिफेंस की टीम ने मौके पर पहुंचकर करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद मृतक के शव को बाहर निकाला। इसके बाद शव को एस के हॉस्पिटल ले जाया गया। स्टूडेंट के गले में कोचिंग का आईडी कार्ड था। इसके आधार पर उसकी पहचान हुई। मृतक युवराज के 2 बहने हैं। तीनों भाई-बहन फिलहाल सीकर में ही रह रहे थे। वहीं, पिता सीआईएसएफ में कार्यरत हैं।

 

घटना की सूचना मिलते ही सीकर एसपी करन शर्मा, सीकर जिला कलेक्टर डॉ अमित यादव, एडीएम राकेश कुमार,एसडीएम जय कौशिक, सीओ सिटी वीरेंद्र शर्मा सहित प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके अतिरिक्त सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती, लक्ष्मणगढ़ विधायक पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई जनप्रतिनिधि हॉस्पिटल पहुंचे। जिन्होंने घटना को लेकर दुख जाहिर किया।

पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से बातचीत में कहा- सीकर में हुई यह घटना दुखद है। मामले की पूरी जांच करवाई जाएगी। जो दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वही सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने कहा- भारतीय जनता पार्टी और शहरवासियों ने कई बार प्रशासन और नगर परिषद को इस समस्या से अवगत करवाया लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं हुई।

दरअसल, नवलगढ़ रोड पर इन दिनों सीवरेज लाइन का काम चल रहा है। इसी के तहत महिला थाने के पास 15 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था। करीब 15 दिनों से यह खुला ही था। सीकर शहर में शनिवार शाम को हुई बारिश के बाद नवलगढ़ रोड पर पानी भरने के कारण किसी को भी पता नहीं चल पाया कि वहां गड्ढा था। हालांकि नगर परिषद में पहले दावा किया था कि जुलाई महीने में नवलगढ़ रोड जल निकासी प्रोजेक्ट का काम पूरा हो जाएगा। अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया। नवलगढ़ रोड पर शनिवार शाम हुई बारिश के पानी की निकासी देर रात तक नहीं हो पाई।

इस हादसे की सूचना मिलने के बाद सीकर के सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता, स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, भीम आर्मी, तेजा सेना के सैकड़ों कार्यकर्ता हॉस्पिटल पहुंचे। जिन्होंने शहर विधायक राजेंद्र पारीक और सीकर नगर परिषद सभापति जीवण खां के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। एहतियात के तौर पर हॉस्पिटल परिषद में आरएसी और QRT टीम को भी तैनात किया गया। आक्रोशित लोगों का कहना है कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी शहर विधायक और नगर परिषद सभापति हॉस्पिटल नहीं पहुंचे।

 

गौरतलब है कि सीकर के नवलगढ़ रोड पर जलभराव की समस्या पिछले करीब दो दशक से चली आ रही है। स्थानीय निवासियों ने यहां लंबे समय तक आंदोलन भी किया। जिसके बाद सरकार की ओर से जल निकासी प्रोजेक्ट के लिए बजट भी आवंटित कर दिया गया। शनिवार शाम को हुई बारिश में भी यहां करीब 4 फीट तक पानी जमा हो गया। जिसके चलते दर्जनों गाड़ियां पानी के बीच ही बंद हो गई।

मृतक युवराज के मामा प्रभुदयाल मीणा ने कहा- प्रशासन को इस घटना के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए। इसके अलावा मांग है कि 1 करोड़ रुपए का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए। इसके साथ ही कोचिंग के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। जिन्होंने देर तक कोचिंग जारी रखी।

 

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