करोड़ो की प्रापर्टी को लेकर श्मशान घाट में हिस्ट्रीशीटर की हुई हत्या, सिर और सीने में मारी गोली

 

शाहजहांपुर में शनिवार रात गर्रा मोक्षधाम श्मशान घाट के अंदर एक हिस्ट्रीशीटर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने अखिलेश गुप्ता के सीने और कनपटी पर गोली मारी। गोली चलने की आवाज सुनकर आस-पास के लोग पहुंचे। तब तक बदमाश फरार हो गए थे।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने अखिलेश को राजकीय मेडिकल कॉलेज भेजवाया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद एसपी अशोक कुमार मीणा, एसपी सिटी सुधीर जायसवाल भी मौके पर पहुंचे। परिजनों ने किसी भी तरह की रंजिश से इनकार किया है। अखिलेश के पास एक करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी थी। जमीन को लेकर भी हत्या की आशंका जताई जा रही है।

अखिलेश पर 10 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। अखिलेश की दोनों पत्नियां लक्ष्मी और तारा उसके साथ ही रहती थीं। करीब एक साल पहले पत्नी तारा ने अखिलेश के खिलाफ मारपीट करने की शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले में अखिलेश जेल भी गया था। बाद में जमानत पर बाहर आ गया।

चौक कोतवाली के मोहल्ला बाला तिराही का रहने वाला अखिलेश (42) गर्रा पुल के पास बने श्मशान घाट में लकड़ी का कारोबार करता था। शनिवार रात करीब 10 बजे अखिलेश श्मशान घाट गया था। परिसर में उसने एक कोने में लकड़ी रखकर बेचता था। पास में ही तख्त के पास कुर्सी पर बैठा था। इसी बीच, हमलावर ने उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।

पुलिस के मुताबिक, श्मशान घाट के अंदर काल भैरव की पूजा चल रही थी। पूजा करने वालों ने गोलियां चलने की आवाज सुनी तो मौके पर आए। वहां पर अखिलेश का शव खून से लथपथ अवस्था में जमीन पर पड़ा था। उसके सीने पर एक और सिर पर एक गोली लगी थी। वहां मौजूद लोगों का कहना है कि वहां से किसी को भी भागते नहीं देखा गया।

मृतक अखिलेश के बड़े भाई राजू गुप्ता ने बताया, रात में हम घर पर सो रहे थे। भतीजे प्रांकुल का फोन आया कि अखिलेश को गोली लगी है। लोग उसे अस्पताल लेकर गए हैं। हम सीधे अस्पताल ही चले गए। भाई की किसी से रंजिश नहीं थी। पता नहीं किसने और क्यों गोली मार दी। वह किसी से झगड़ा विवाद भी नहीं करता था। बेटे की मौत की जानकारी मिलते ही मां कमला देवी रो पड़ीं। पूरा परिवार अस्पताल पहुंच गया। परिवार ने किसी भी तरह की रंजिश से इनकार किया है।

एसपी ने बताया, अखिलेश गुप्ता चौक कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर था। वह लकड़ी का ठेका चलाता था। साथ ही सभी अवैध कामों में उसकी संलिप्तता रही है। सालों पहले एक अग्निकांड के बाद सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के मामले में अखिलेश गुप्ता का नाम आया था। उसके खिलाफ मादक पदार्थ की तस्करी समेत 10 से ज्यादा गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं।

एसपी ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर की हत्या के मामले में अभी तक तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा। घटनास्थल की जांच पड़ताल कर कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। फॉरेंसिक टीम ने नमूने लिए हैं। घटना के खुलासे के लिए टीमें लगाई गई हैं। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Leave A Reply

Your email address will not be published.