महेन्दरगढ़ (हरियाणा) श्रावण के महीने में सोमवार के रखने का व्रत रखने का जहा धार्मिक महत्व होता है वही इसका वैज्ञानिक लाभ भी हैं ये विचार शिक्षक व समाजसेवी ,स्वतंत्रता सेनानी उतराधिकारी मा.राजेश ने सोमवार को अपने गांव उन्हाणी के शिव मंदिर मे शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के उपरांत व्यक्त किए।
उन्होंने आगे कहा की सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा करने के साथ ही सोमवार का व्रत भी रखा जाता है। ऐसा करने से जहां आपको शिव भक्ति की कृपा प्राप्त होती है। वहीं आपकी सेहत भी अच्छी होती है।
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार के अलावा कुछ अन्य महत्वपूर्ण तिथियों पर भी व्रत रखा जाता है। मान्यता है कि सावन में भगवान शिव की भक्ति से आपको शुभ फल प्राप्त होता है और आपके जीवन में सुख समृद्धि और धन वैभव बढ़ता है। सावन में व्रत रखने के धार्मिक महत्व के साथ ही कुछ वैज्ञानिक लाभ भी हैं।
मा.राजेश ने वैज्ञानिक लाभ के बारे मे बताया की सावन में मौसमी बदलाव की वजह से हमारी पाचन क्रिया मंद पड़ जाती है। व्रत रखने से हमारे पाचन तंत्र को कुछ विराम मिलता है और शरीर के सारे दूषित पदार्थ बाहर जाते हैं।
वही व्रत रखने के दौरान फैट बर्निंग प्रॉसेस तेज हो जाती है। जिससे चर्बी तेजी से गलना शुरू हो जाती है और यदि आप व्रत नहीं रखते हैं तो चर्बी बढ़ती रहती है और आपकी हड्डियों पर इससे बोझ बढ़ता है। इस कारण हमारी मानसिक क्षमता पर भी प्रभाव पड़ता जो। व्रत रखने से हमारे मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है। शरीर स्वस्थ होता है। शरीर के स्वस्थ होने से मन और मस्तिष्क भी स्वस्थ होते हैं। रोग और शोक मिटाने वाले चतुर्मास में कुछ विशेष दिनों में व्रत रखना चाहिए। एक उम्र के बाद आपको खाने-पीने में परहेज करना पड़ता है। व्रत रखने से आपके शरीर में चुस्ती-फुर्ती बढ़ती है और ताकत आती है।