बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं कर लें पूरी: डीएम – एसडीएम बाढ़ चैकियों में कर्मचारियों की लगा दें ड्यूटी – संक्रामक बीमारियों से बचने के लिए कैंप लगाकर प्रभारी चिकित्साधिकारी की करें तैनाती
फतेहपुर। जिला बाढ़/अतिवृष्टि योजना के अंतर्गत बाढ़ स्टीयरिंग कमेटी की बैठक जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी श्रुति की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि जनपद में मुख्यता गंगा, यमुना एवं पांडु नदी में जल स्तर बढ़ने से जल प्लावन की स्थिति बन जाती है। जल प्लावन से मानव हानि एवं पशु हानि से बचाव हेतु जनपद में चिन्हित 95 ग्राम बाढ़ की चपेट में आ सकते है। इसके लिए उप जिलाधिकारी अपने अपने क्षेत्रों के बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करा लें और सभी व्यवस्थाएं देख लें। उसी प्रकार व्यवस्था बाढ़ से पूर्व करा दें। साथ ही बाढ़ संभावित क्षेत्रों के ग्राम प्रधानों, राजस्व लेखपाल, बीट कांस्टेबल व संबंधितो के साथ बैठक कर बेहतर समन्वय बनाकर बाढ़ से निपटने की तैयारी पूरी कर लें और बैठक की कार्यवृत से भी अवगत कराएं। उप जिलाधिकारी बाढ़ संभावित क्षेत्रों मे बाढ़ चैकियों में ड्यूटी लगा दें और बाढ़ संभावित क्षेत्रों में एक नोडल अधिकारी नामित करते हुए क्षेत्रीय गोताखोरों, नाविकों की सूची बना ले और रिपोर्ट से अवगत भी कराएं। उन्होनें अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) को निर्देशित किया कि बाढ़ से संबंधित सामग्री रस्सा, टार्च, चाकू, प्राथमिक चिकित्सा, लाइफ जैकेट, पतवार, बांस आदि जरूरत की सामाग्री की सूची बना लें। साथ ही तहसीलवार उपलब्धता भी चेक कर लें जो सामाग्री नहीं है नियमानुसार कार्यवाही करते हुए मांगा लें। उन्होंने कहा कि राहत कैंपों में भी राजस्व लेखपाल, महिला व पुरुष कांस्टेबल की ड्यूटी लगा दें साथ ही राहत कैंपों में राशन किट, फूड पैकेटिंग, डिग्निटी किट आदि की रखने की व्यवस्था देख लें। सभी सामग्रियों को बाढ़ के दौरान ढक कर ले जाया जाये। साथ ही संक्रामक बीमारियों से बचने के लिए कैंप में प्रभारी चिकित्साधिकारी की तैनाती कर दी जाये और दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधितों को दिए। गौशालाओ में भी जलभराव से निपटने के लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली जायें। उन्होंने कहा कि जनपद में बरसात के जल जमाव की स्थिति का निस्तारण की तैयारी कर लें। 12 वीं वाहिनी पीएसी कमांडेंट ने बताया कि बाढ़ राहत के लिए जनपद में एक कंपनी तैनात है जो अवशक्तानुसार राहत/बचाव का कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि संभावित बाढ़ क्षेत्रों का रूट चार्ट बनाकर संबंधितों को उपलब्ध करा दिया जाये। विधायक बिंदकी जय कुमार सिंह जैकी ने कहा कि ससुर खदेरी नदी पार्ट-1 के किनारे के ग्रामों में जलभराव/जमाव की स्थिति न बनने पाए साथ ही समय से किसानों को सिंचाई के लिए पानी भी उपलब्ध हो सके इसके लिए ससुर खदेरी नदी में बने चेक डैमो की सिल्ट साफ सफाई कराई जाये। पूर्व में मलवां, तेलियानी ब्लॉक में जलभराव की स्थिति न पैदा हो इसके लिए कराए गए कार्यों की प्रगति से अवगत कराया जाये। साथ ही बिंदकी नगर में जलभराव की स्थिति के निस्तारण के उचित प्रबंध समय से कराया जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों द्वारा अवगत कराए गए सभी बिंदुओं/सुझावों पर नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अमल में लाया जाए। साथ ही रिपोर्ट से अवगत कराने के निर्देश संबंधितों को दिए। इस अवसर पर 12 वीं वाहिनी पीएसी कमांडेंट मनोज कुमार सोनकर, मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल, अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) विनय कुमार पाठक, उप जिलाधिकारी सदर प्रभाकर त्रिपाठी, बिंदकी मनीष कुमार, खागा नंदप्रकाश मौर्य, अधिशाषी अभियंता सिंचाई, तहसीलदार सदर इवेंद्र कुमार, परियोजना निदेशक डीआरडीए शेषमणि सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 नवल किशोर सचान, उपायुक्त उद्योग अंजनीश प्रताप सिंह, एआरटीओ पुष्पांजलि मित्रा गौतम, ईओ सदर सहित संबंधित उपस्थित रहे।