रोहित सेठ
वाराणसी। जनता का महागठबन्धन की प्रथम बैठक श्री अग्रसेन कन्या इण्टर कालेज में सम्पन हुईं जनता का महागठबन्धन’ के बारे में बताते हुए संयोजक श्री प्रवीर अग्रवाल ने कहा कि देश में यदि राजनीतिक पार्टियां, जिनके विचार अलग है, जिनके आपस में गहरे मतभेद और कहीं- कहीं मतभेद हिंसा के स्तर पर भी हैं पश्चिम बंगाल इसका बड़ा उदाहरण है।
केवल राज्यों के नाम लेते जाइये मतभेद सभी दलों का एक दूसरे से भरपूर है। तब फिर बेमेल विचारधाराओं के राजनीतिक दल 2024 के एक होने का मुद्दा क्या है? क्या केवल कुर्सी ही है ? और सच तो यही है।
श्री अग्रवाल ने आगे कहा कि अगर बेमेल राजनीतिक दलों के लोग महागठबंधन बना सकते हैं तो फिर लोकतंत्र जो जनता के लिए है वह अपना महागठबन्धन क्यों नहीं बना सकती । लोकतंत्र में जनता के अधिकार को रेखांकित करने के संगठन का नाम है “जनता का महागठबन्धन” जो गाँव-गाँव तक हर घर तक पहुँचेगी राजनितिक महागठबंधन के बारे में भी बतायेगी कि इनका एक होने का मुद्दा केवल कुर्सी है। राजनीतिक महागठबन्धन की एक्सपायरी डेट उसी तरह पहले से लिखी है जैसे किसी दवा या खाने के समान पर लिखा होता है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि उनकी एक्सपायरी डेट बुखार की दवा से भी कम है, केवल 365 दिन की ।
श्री अग्रवाल ने कहा कि अगर महागठबन्धन आ जाए तो क्या एक वर्ष बाद ये देश पर चुनाव नहीं थोपेंगे ?
उन्होंने आगे (स्पष्ट किया कि हम किसी दल के समर्थक नहीं हैं। परन्तु सवाल जनता के अधिकार का है और हम उसी को उठाने और जनता को जागरूक करने जा रहे हैं। “जनता का महागठबन्धन जनता के घर तक ” हम मुहिम चलाने जा रहे है हमें व्यापक जन समर्थन मिल रहा है। हम 1000 फीट जनेऊ संकल्प कार्यक्रम, लोकतंत्र की रक्षा के लिए आयोजित करेंगे।
कार्यक्रम में श्री दीपक अग्रवाल ने कहा कि लोग हमें स्वयं अपनी जगह कार्यालय खोलने के लिए दे रहे हैं, जल्दी ही कई गांवो और शहरों में जनता का महागठबधन का कार्यालय होगा। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक संख्या में लोगों के इस मुहिम से जुड़ने की जरूरत है तभी हम लोकतंत्र की रक्षा कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से ऋषिदेव उपाध्याय, योगेश वर्मा, संतोष कुमार अग्रवाल, अरविन्द जैन, संजय अग्रवाल ‘गिरिराज’,गजेन्द्र अग्रवाल आदि लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का जल्द ही प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी आयोजन किया जायेगा।