गैंगरेप के बाद सुसाइड की कोशिश, गले की हड्‌डी हुई क्रैक, स्कूल जाने से कतराने लगी लड़कियां; छोटी बहन अब तक सदमे में

 

मध्य प्रदेश के दतिया जिले के उनाव में 14 जुलाई को हुई गैंगरेप की घटना ने यहां का माहौल गरमा दिया है। बहन के साथ स्कूल से घर लौट रही छात्रा से 4 लड़कों ने गैंगरेप किया। वे दोनों बहनों को खाली मकान में ले गए। 16 वर्षीय छोटी बहन से छेड़छाड़ की। 18 साल की बड़ी बहन को कमरे में ले जाकर गैंगरेप किया। घटना से दुखी लड़की सुसाइड करने फंदे पर लटक गई। फांसी पर लटकने से उसकी गले की हड्‌डी क्रैक हो गई है। उसका दतिया जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।

गृहमंत्री के जिले में हुई इस घटना में एक भाजपा नेता के बेटे का नाम भी आया है। घटना पर विपक्ष हमलावर हो गया है। मंगलवार को पूर्व सीएम और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। करीब आधे घंटे तक वे यहां रहे और घटनाक्रम को जाना। इधर, चारों आरोपी पुलिस गिरफ्त में हैं। इनमें से एक 19 साल का, जबकि दूसरा 18 साल का है। दो नाबालिग आरोपियों में एक के पिता भाजपा नेता हैं। केस को लेकर दतिया एसपी प्रदीप शर्मा का कहना है कि मैं खुद मामले की मॉनिटरिंग कर रहा हूं।

कस्बे की तरह बसाहट वाले गांव में लोग इस घटनाक्रम को लेकर आपस में बात तो करते दिखे, लेकिन अनजान के सामने वे कुछ ही बोलने से बचते रहे। टीम ने घटना के बारे में बात की तो कुछ लोग चुप्पी साधकर अपने घर के भीतर चले गए। कुछ ने कह दिया, ज्यादा कुछ नहीं जानते हैं। आप अपने स्तर पर खुद पता कर लीजिए।

एक चाय पानी की दुकान पर लोगों की भीड़ दिखी। वहां भी उसी घटना का जिक्र चल रहा था। यहां मौजूद ग्रामीण विक्रम दोहरे ने बताया कि उस दिन हुए घटना के बाद लोग डरे सहमे हैं। महिलाएं बाहर निकलने से डरने लगी हैं। डर बना रहता है कि पता नहीं कब किसके साथ ऐसी घटना हो जाए।

एक ग्रामीण नरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि चारों आरोपियों में से एक भाजपा नेता का बेटा है। वह पहले भी गांव में महिलाओं से छेड़छाड़ कर चुका है, लेकिन पिता के रसूख के चलते कोई शिकायत करने नहीं पहुंचा। समय रहते उसकी हरकतों पर लगाम लग जाती तो वह इतनी बड़ी वारदात करने का दुस्साहस नहीं कर पाता।

लोगों से चर्चा करने के बाद टीम पीड़िता के घर पहुंची। परिवार के लोग सामान्य काम निपटाते नजर आए। दस्तक दी तो पिता बाहर आए। हमने चश्मदीद छोटी बेटी से बातचीत करने को कहा। उन्होंने मना करते हुए बताया कि वह सदमे है। घटना वाले दिन से किसी से बात नहीं कर रही है। इस बीच आस-पड़ोस लोग आ गए। उन्होंने सवाल पूछा कि आप यह बताइए बेटी के साथ इतनी बड़ी घटना हो गई, अब तक आरोपियों के घरों पर बुलडोजर क्यों नहीं चलाया गया? क्या वे ऊंची पहुंच वाले हैं इस वजह से उन पर कार्रवाई नहीं होगी।

पड़ोसियों की बातचीत खत्म हुई तो पीड़िता के पिता से घटनाक्रम पूछा। उन्होंने कहा कि उस दिन मैं अपनी पत्नी और बेटे के साथ खेत पर धान लगाने गया था। दोनों बेटियां स्कूल गई थीं। दोपहर में मेरे बेटे के पास फोन आया। उसने मुझे बताया कि बहनों के साथ कोई घटना हुई है। हम सब वहां से घर की तरफ भागे। पहुंचे ही थे कि पता चला कि बेटी ने फांसी लगा ली। हम उसे लेकर झांसी गए।

वहां डॉक्टरों ने बताया कि बेटी के गले की हड्‌डी टूट चुकी है। बाद में छोटी बेटी ने बताया कि स्कूल से आ रही थी तब चार लड़कों ने उन्हें मकान में खींचा और जबरदस्ती की है। आरोपियों में एक के पिता भाजपा नेता है। जिसके भांडेर भाजपा विधायक रक्षा संतराम सिरोनिया से अच्छे ताल्लुकात हैं। विधायक के संरक्षण के चलते भाजपा नेता ने अपने बेटे को खुली छूट दे रखी है। वह इलाके में दो-चार बार वारदात कर चुका है। जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। मैं तो बस यही चाहता हूं कि हमें न्याय मिले।

मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह उनाव पहुंचे। यहां उन्होंने एक कमरे में पीड़ित परिवार से बातचीत की। इसके बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि 14 जुलाई को स्कूल से लौट रही दो बालिकाओं में से एक से सरेआम सामूहिक दुष्कर्म हुआ। पुलिस पर इतना दबाव था कि यदि उस दिन प्रदर्शन नहीं होता तो शायद FIR भी नहीं होती। उन्होंने अब तक आरोपी के घर पर बुलडोजर नहीं चलाने पर भी सवाल उठाए।

दरअसल, आरोपियों में एक भाजपा मंडल अध्यक्ष का बेटा है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस का कोई नेता शामिल होता तो अब तक बुलडोजर चल गया होता। उनाव की नदी पर रेत खनन का शासकीय ठेका नहीं है। भाजपा नेता खुलेआम रेत खनन कर रहे। अवैध शराब का व्यवसाय कर रहे, पुलिस कुछ नहीं कर ही। चोरियां हो रही पुलिस कुछ नहीं करती। थाना बिका हुआ है।

घटना के बाद 16 साल की छात्रा अपने परिजन के साथ थाने पहुंची। यहां उसने पुलिस को बताया कि उस दिन रोज की तरह मेरे माता-पिता और भाई खेत में काम करने गए थे। मैं अपनी बड़ी बहन के साथ स्कूल गई थी। वहां से करीब 2 बजे घर लौट रही थी। हम बातें करते हुए घर जा रहे थे। रास्ते में एक खाली मकान पड़ता है। वहां खड़े चार लड़कों ने रास्ता रोक लिया। उनमें से एक सामने आया और कहने लगा कि कुछ देर रुको बात करनी है।

हमने उसका कोई जवाब नहीं दिया और हम जाने लगे, तभी चारों ने हमें पकड़ा और सामने खाली पड़े एक मकान में ले गए। चारों हमारे साथ जबरदस्ती करने लगे। 2 ने बहन के हाथ पकड़ रखे थे। एक उसके साथ जबरदस्ती कर रहा था। एक मेरे पास खड़ा था। कुछ मिनट बाद चारों बहन को एक कमरे में ले गए। मैं उनसे गेट खोलने की गुहार लगाती रही। बचाने के लिए आसपास के घरों तक भी गई, लेकिन दोपहर का वक्त होने की वजह से कोई नजर नहीं आया। मैं वापस उस मकान में आई और गेट खोलने की गुहार लगाती रही।

करीब 30 मिनट बाद मकान का गेट खुला। बहन रोते हुए बाहर आई। उसने बताया कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ है। मैं बहन को लेकर घर आई। हमारे साथ हुआ घटनाक्रम मैंने अपनी भाभी को बताया। उन्होंने मेरे भाई और माता-पिता को सूचना दी। माता-पिता और भाई पहुंचे ही थे कि बहन ने दुपट्टे से फांसी लगा ली। हमने देखा तो दौड़कर उसका फंदा खाेला। वह बेसुध हो चुकी थी। बहन को तुरंत 12 किमी दूर झांसी ले जाया गया। जहां एक निजी अस्पताल में करीब 24 घंटे उसका उपचार किया गया। इसके बाद बहन को जिला अस्पताल दतिया शिफ्ट कर दिया गया।

परिजन ने थाने जाकर शिकायत की। पुलिस के ढुलमुल रवैए को देखते हुए परिजन ने भीड़ के साथ शुक्रवार रात करीब 9.30 बजे थाने का घेराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया। पुलिस ने विक्की साहू (19) और दो नाबालिगों को एक दिन बाद गिरफ्तार कर लिया था। जबकि रमन यादव (18) को रविवार 16 जुलाई को गिरफ्तार किया है।

आरोपी नंबर 1: विक्की पिता संतोष साहू। उम्र 19 साल। पिता मजदूरी और ड्राइवरी करते हैं। विक्की ने ज्यादा पढ़ाई नहीं की। लोग बताते हैं कि गलत संगत में पड़ जाने से वह गांव में आवारागर्दी कर घूमता रहता था।

आरोपी नंबर 2: रमन यादव पिता अमृत यादव 18, पिता छोटे किसान हैं। खेती कर के अपने परिवार का भरण पोषण करते है। रमन ने 2022 में गणित सब्जेक्ट से 12 पास की है। इसके बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी थी।

आरोपी नंबर 3: उम्र 17 साल। पिता भाजपा नेता। आर्ट सब्जेक्ट से 11वीं का छात्र है। पिता भाजपा नेता के साथ-साथ बड़े किसान भी हैं। इसके अलावा शराब ठेका, रेत जैसे व्यापार भी इनके पास है।

आरोपी नंबर 4: उम्र 16 साल। पिता किसान है। मिडिल क्लास फैमिली। सिर्फ 10वीं तक पढ़ा। इसके आगे का रिकॉर्ड खंगाला तो कुछ मिला नहीं। पड़ोसियों का कहना है कि वह प्राइवेट स्कूल में शायद पढ़ाई करता है।

दतिया एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया 14 जुलाई को दो बहनों के साथ घटना थी। इसमें एक पीड़िता ने आत्महत्या का प्रयास भी किया। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मैं खुद मामले की मॉनिटरिंग कर रहा हूं।

डॉ. सज्जन दांगी ने बताया कि एक युवती झांसी से रेफर होकर आई थी। उसकी कंडीशन काफी क्रिटिकल थी। उसका ट्रीटमेंट चल रहा है। अब युवती की स्थिति पहले से बेहतर है।

 

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