बिहार के भोजपुर पुलिस ने एक बांग्लादेशी युवक को गिरफ्तार किया। युवक अलग-अलग नाम से लड़कियों को अपने प्रेम के जाल में फंसाता। फिर उनकी अश्लील फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उन्हें ब्लैकमेल करता था।
पुलिस ने बुधवार को इसे गिरफ्तार किया। पुलिस को युवक के पास से एक पेन ड्राइव मिली है जिसमें कई लड़कियों की तस्वीर थी। साथ ही अलग-अलग सरनेम के दो पैन कार्ड, फर्जी आधार कार्ड, पासपोर्ट,और कई पहचान पत्र मिले हैं।
गिरफ्तार बांग्लादेशी मूल रूप से बांग्लादेश के गोपालगंज जिले के धरावसाही, कोटाली का मूल निवासी अपूर्वा उर्फ दीपक है। आरा में अलग नाम, सरनेम और गेटअप बदलकर रहता था। जिस लड़की को अपने प्रेम जाल में फंसाता था, उसके साथ अलग ही गेटअप में मिलता था। लड़की के सरनेम के हिसाब से ही वो अपना नाम भी बदल लेता था। इसका खुलासा पकड़े गए बांग्लादेशी युवक के पास से जब्त मोबाइल, और पहचान पत्र से हुआ।
आरोपी लड़कियों को अलग-अलग सोशल मीडिया या फिर रॉन्ग नंबर से अपने प्रेम–जाल में फंसाने के बाद उसका न्यूड फोटो या वीडियो बना लेता था। उसके बाद उन लड़कियों को वह ब्लैकमेल करता।
जांच के दौरान अलग-अलग पहचान पत्र में कुछ पर पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले का पता है तो कुछ पहचान पत्र पर भोजपुर जिले के दामोदरपुर पता दिया गया है । इतना ही नहीं पैन कार्ड पर दीपक साहा अंकित है, जबकि आधार कार्ड पर दीपक सिंह लिखा हुआ है ।
पकड़ा गया युवक पहले से शादीशुदा है,उसकी पत्नी वर्धमान में रहती है । बांग्लादेशी युवक लड़कियों को अलग-अलग नाम बताकर झांसा देने का काम करता था। लड़कियों को टाइटल के हिसाब से अपने नाम के साथ टाइटल लगाता था।
गिरफ्तार बांग्लादेशी युवक ने अपूर्वा बैरागी निवासी सीआरपीएफ जवान की बेटी से फेसबुक के जरिए पहले दोस्ती की। इसके बाद लड़की को अपने प्रेम जाल में फंसा कर उसका अश्लील वीडियो बना लिया।
आरोपी ने पुलिस पूछताछ में यह बात स्वीकार कि है कि 7 साल पहले आरा के मौलाबाग में अपने एक मामा के साथ रहकर यौन रोग संबंधित क्लिनिक में काम करता था। इसी दौरान करीब 6–7 महीनों से मध्यप्रदेश के शिवपुरी में यौन रोग संबंधित क्लिनिक चलाता था।
लड़की की मां ने जो प्राथमिकी कराई है उसमें बताया कि आरोपी पीड़ित परिवार को पुलिस और दूसरे विभाग के बड़े अधिकारियों के साथ ताल्लुक होने का हवाला देकर धमकाता था। आरोपी तीन मोबाइल नंबरों से व्हाट्सएप के माध्यम से भी मैसेज भेजता था।
बड़े अफसरों से जान पहचान की धमकी के कारण चार-पांच माह तक फोन पर अश्लील बातें और गाली–गलौज सुनने के बावजूद परिवार की हिम्मत नहीं हुई कि पुलिस के पास जाकर इसकी शिकायत करें। इस दौरान दो महीनों तक अपनी बेटी का मोबाइल भी स्विच ऑफ करा दिया था। जब लड़की के भाई ने आरोपी से इस मामले पर बात की तो उसने जान से मारने की धमकी भी दी।
पकड़े गए बांग्लादेशी युवक ने ब्लैकमेल करने का नया तरीका आजमाते हुए पीड़िता की एक फेक फेसबुक आईडी बनाई। उसके बाद उसके सगे संबंधियों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर उन्हें शामिल किया। फिर मैसेंजर के माध्यम से पीड़िता की न्यूड फोटो डालकर ब्लैकमेल करने लगा। जब इससे भी उसका मन नहीं भरा तो उसने पीड़िता के फेक फेसबुक आईडी पर अश्लील फोटो और वीडियो डाल दी और धमकी देता कि पीड़िता की फोटो सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर देगा।
एसपी ने बताया कि 20 मई को प्राथमिकी दर्ज होने के बाद विशेष टीम ने तकनीकी सूत्र के आधार पर मध्य प्रदेश के शिवपुरी इलाके से बांग्लादेशी को गिरफ्तार कर लिया था। इस दौरान आरा लाने के क्रम में उत्तर प्रदेश के उन्नाव के पास शौच जाने के बहाने पुलिस गाड़ी से उतरा। अंधेरे का फायदा उठाकर चकमा देकर फरार हो गया।
इसे लेकर उन्नाव में काफी खोजबीन की गई, लेकिन उसका सुराग नहीं मिल पा रहा था। इसके बाद उन्नाव के सोहरामऊ थाना में प्राथमिकी कराई गई थी। टीम को सूचना मिली कि आरोपी ट्रेन पकड़कर गया जिले के रास्ते यूपी की ओर भागने की फिराक में है। टीम ने घेराबंदी कर आरोपी बांग्लादेशी को धर दबोचा । जिसके बाद उसे जेल भेज दिया । साथ ही भोजपुर पुलिस ने स्पेशल ब्रांच समेत अन्य विभागों को सूचना दे दी है।