हरिश्चंद्र महाविद्यालय में आयोजित हुआ पौधारोपण कार्यक्रम

रोहित सेठ

 

 

 

 

वाराणसी, 22 जुलाई: हरिश्चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय के बावन-बीघा परिसर, लालपुर वाराणसी में पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नीम, आंवला, आम, अशोक सहित लगभग 30 फलदार व छायादार वृक्ष लगाए गए। महाविद्यालय के उप प्राचार्य प्रो0 पंकज सिंह ने पर्यावरण संरक्षण एवं वृक्षारोपण का महत्व बताते हुए कहा कि हम सभी को पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेते हुए एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। साथ ही पौधों की देखभाल करना भी हमारा कर्तव्य है जिससे हमारी भावी पीढ़ी को स्वस्थ पर्यावरण व जलवायु प्राप्त हो सके। प्रो0 पंकज ने कहा कि प्रकृति समस्त जीवों के जीवन का मूल आधार है। प्रकृति का संरक्षण एवं संवर्धन सभी जीव जगत के लिए बेहद अनिवार्य है। प्रकृति पर ही पर्यावरण निर्भर करता है। गर्मी, सर्दी, वर्षा आदि सभी प्रकृति के संतुलन पर निर्भर करते हैं। विद्यार्थियों को समझाते हुए उन्होंने बताया कि एक पेड़ लगाने से असंख्य जीव – जंतुओं के जीवन का उद्धार होता है। भारतीय संस्कृति में भी वृक्षारोपण को अति पुण्यदायी माना गया है।

 

महाविद्यालय के एन०सी०सी० के कमांडेंट व कार्यक्रम के संयोजक डॉ0 राम आशीष ने कहा कि वृक्ष के बिना जीवन संभव नहीं है। इनसे ही हम सबको शुद्ध ऑक्सीजन मिलती है। उन्होंने आह्वान किया कि हर व्यक्ति को कम से कम एक पौधा लगाने का संकल्प लेना चाहिए और उसे जब तक वह वृक्ष न हो जाय तब तक उसकी देखरेख करनी चाहिए।

 

इस मौके पर चीफ प्रॉक्टर प्रो0 अशोक सिंह ने कहा कि आज पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है| ग्लोबल-वार्मिग की समस्या का जिक्र करते हुए उन्होंने इसके निदान के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने पर बल दिया | प्रो0 विश्वनाथ वर्मा ने वृक्षों के आध्यात्मिक महत्व को बताते हुए कहा कि भगवान गौतम बुद्ध ने पीपल के पेड़ के नीचे साधना कर ज्ञान प्राप्त किया और बौध धर्म की स्थापना की | भारतीय संस्कृति में वृक्षों में देवी-देवताओं का वास माना जाता है |

इस अवसर पर प्रो0 अनील कुमार, डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद, डॉ0 अमित कुमार सहित महाविद्यालय के 5/97 यूपी बी.एन.एन.सी.सी. के कैडेट्स के साथ सभी शिक्षक, कर्मचारी व विद्यार्थी मौजूद रहे।

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