नये कप्तान को खुली चुनौती दे रहा सट्टा संचालक ठाकुर साहब! – पुलिस के नाम को बदनाम कर दिन दूना रात चौगुना धंधे को बढ़ा रहा संचालक – सट्टे के मकड़जाल में फंसते जा रहे दिहाड़ी मजदूर व छोटे-मोटे दुकानदार – 0 से 99 तक के नंबर पर हर दिन लगता लाखों का दांव

फतेहपुर। शहर के आवास विकास मुहल्ले में किराये के मकान में रहने वाला सट्टा संचालक ठाकुर साहब नये पुलिस कप्तान को खुली चुनौती दे रहा है। पुलिस के नाम को बदनाम करके दिन दूना रात चौगुना अपने धंधे को बढ़ाने का काम कर रहा है। 0 से 99 नंबर तक सौ से आठ हजार रूपये मिलने के लालच में सट्टे के मकड़जाल में दिहाड़ी मजदूर व छोटे-मोटे दुकानदार प्रतिदिन फंसकर अपनी गाढ़ी कमाई गंवा रहे हैं। यदि जल्द ही पुलिस ने इस अवैध धंधे पर रोक न लगाई तो बड़ी संख्या में शहर क्षेत्र के लोग कंगाली हालत में पहुंच जायेंगे जिसकी जिम्मेदारी पुलिस के आला अधिकारियों की होगी।
जल्दी अमीर बनने की चाहत सभी को होती है और यह चाहत कभी-कभी इंसान को कंगाल कर देती है। इसी चाहत का कुछ लोग नाजायज फायदा भी उठाते हैं और गरीबों को अमीर बनने का सपना दिखाकर उनकी गाढ़ी कमाई को भी लूट लेते हैं। ऐसा ही नजारा इन दिनों शहर में देखने को मिल रहा है। सूत्रों की माने तो ठाकुर साहब नाम का सट्टा संचालक नंबर पर्ची सट्टा खुलेआम शहर के कई स्थानों पर खिलवा रहा है। इतना ही नहीं यह सट्टा संचालक नये कप्तान को खुली चुनौती देने का काम कर रहा है क्योंकि अपने धंधे को चमकाने के लिए वह बार-बार पुलिस का नाम अपनी जुबान पर लाता है। उसका कहना है कि पुलिस को वह माहवारी देता है और पुलिस के ही संरक्षण में उसकी दुकानें चल रही है। इस कार्य में उसके साथ कुछ सफेदपोश नेता भी शामिल हैं। जो सत्तारूढ़ दल के बड़े नेताओं में शुमार हैं। सूत्रों के अनुसार यह सट्टा संचालक शहर के कई मोहल्लों में खुलेआम बेरोजगार युवाओं को लालच देकर नंबरों पर सट्टा लगवाता है। जिससे तमाम परिवार बर्बाद हो रहे हैं और सट्टा संचालक हर दिन मालामाल हो रहा है। इन दिनों सट्टा का मुख्य केंद्र बिंदकी बस स्टॉप स्थित इमिलिया बाग, बाकरगंज, आबूनगर पठान मोहल्ला व मुराइनटोला उत्तरी बना हुआ है। इन स्थानों पर सट्टा संचालक ठाकुर साहब के लोग चाय, पान व परचून की दुकानों पर बैठकर नंबर की पर्ची बनाते हैं। उसके बाद सारा पैसा ठाकुर साहब अपनी बाइक से जाकर अपने लोगों से ले लेते हैं। 0 से 99 तक लगने वाले पैसे में जिस नंबर पर सबसे कम पैसा लगता है उस नंबर को सेटिंग गेटिंग के जरिए खुलवा दिया जाता है बाकी के 99 नंबर का पैसा ठाकुर साहब अपने पास रख कर मालामाल हो रहे हैं। सूत्र यह भी बताते हैं कि गूगल में सट्टा किंग के नाम से मौजूद एप के नाम पर सट्टा लगवाया जाता है जो कि पूरी तरह से अवैध है। लगने वाला पैसा कहीं नहीं भेजा जाता है। सट्टा तो नंबरों पर लगता है और एक नंबर मात्र खोला जाता है। बाकी 99 नंबरों का पैसा संचालक अपने पास रखता है। जिससे लोग बड़े पैमाने पर हर दिन बर्बाद हो रहे हैं। जानकार सूत्रों की माने तो शहर के कई स्थानों पर हो रहे सट्टे की जानकारी अभी पुलिस तक नहीं है। पिछले दिनों इमिलिया बाग मोहल्ले में इलाकाई पुलिस सेटिंग करके खुलेआम सट्टा का काउंटर लगवाकर लोगों को नंबर दिलवा रही थी लेकिन मोहल्ले के बाशिंदों के विरोध के बाद वह काउंटर बंद कर दिया गया था लेकिन फिर से उसी स्थान पर बिना काउंटर के एक व्यक्ति द्वारा नंबर लिखा जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि जब से जिले में नए पुलिस अधीक्षक आए है तब से सट्टा संचालक की सेटिंग पुलिस से नहीं हो पा रही है। इसी वजह से अपने लोगों को चिन्हित स्थानों पर बैठाकर नंबर लिखवाया जा रहा है और लगाने वाले लोगों को भरोसा दिलाया जाता है कि उनकी पूरी सेटिंग पुलिस से है। हम जल्द ही सट्टा संचालक ठाकुर साहब का पूरा सच नाम के साथ सबके सामने लाएंगे फिर शायद सट्टा संचालक का बचना मुश्किल होगा।
इनसेट-
आज एसपी से मिलेगी समिति
फतेहपुर। समाचार पत्र में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए कुछ समाजसेवी संगठन आगे आ गये हैं। जिसमें सबसे पहले युवा विकास समित के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र मिश्रा कहा कि सोमवार को पुलिस अधीक्षक से मिलकर शहर में चल रहे सट्टा संचालक पर कार्रवाई कर नंबर लिखने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर कार्रवाई किए जाने की मांग करेंगे। साथ ही शहर से लेकर गांव तक अवैध मादक पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाए जाने की भी मांग उठाई जायेगी।

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