उन्नाव जिले में सफीपुर कोतवाल का उनके सरकारी आवास में रस्सी के फंदे से शव लटका मिला। पत्नी का फोन काफी देर तक रिसीव न होने पर, सिपाही को कमरे पर जाकर देखने को कहा। वहां फंदे से शव लटका मिलने की सूचना से हड़कंप मच गया।
सीओ मौके पर पहुंचे और उच्च अधिकारियों को जानकारी दी। एसपी ने जाकर जांच की और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। अमरोहा कस्बा निवासी अशोक कुमार साल 2012 में मृतक आश्रित में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हुए थे।
करीब छह महीने पहले उनका इंस्पेक्टर के पद पर प्रमोशन हुआ था। उस समय वह लखीमपुर खीरी में तैनात थे। जून महीने में स्थानांतरित होकर उन्नाव आए थे। पांच जुलाई को एसपी ने उन्हें सफीपुर कोतवाली की कमान सौंपी थी। रविवार रात करीब 12:30 बजे पीखी गांव में मोहर्रम जुलूस की तैयारी गश्त कर आवास पर लौटे थे।
लखीमपुर में बच्चों के साथ रह रही पत्नी ने फोन मिलाया। फोन रिसीव न होने पर उन्होंने साथ चलने वाले हमराही सिपाही विक्रांतवीर को फोन किया और कमरे पर जाकर देखने को कहा। हमराही ने कमरे पर जाकर देखा, तो शव रस्सी के फंदे से लटक रहा था। अधिकारियों को सूचना दी।
सीओ ऋषिकांत शुक्ला और एसपी शशिशेखर मौके पर पहुंचे और जांच की। आत्महत्या के कारण का पता नहीं लगा है। पुलिस पता करने का प्रयास कर रही है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। सीओ ऋषिकांत शुक्ला ने बताया कि आत्महत्या क्यों कि इसका पता लगाया जा रहा है।