सेंट मैरी स्कूल में फाइलेरिया को लेकर बच्चों को किया गया जागरूक

 

ब्यूरो संजीव शर्मा

न्यूज़ वाणी इटावा। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जागरूकता को लेकर स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी संस्थाएं पूरी तरह से गंभीर और सक्रिय हैं। इसी क्रम में सोमवार को सेंट मैरी स्कूल सभागार में लगभग 700 बच्चों को फाइलेरिया से बचाव के बारे में जानकारी दी गयी। इस अवसर पर पीसीआई – इंडिया के अर्बन कोऑर्डिनेटर शुभम रस्तोगी ने विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं और विद्यार्थियों को बताया कि फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिए फाइलेरिया रोधी दवा (सर्वजन दवा सेवन) क्यों जरूरी है। शुभम रस्तोगी ने बताया कि 10 से 28 अगस्त तक फाइलेरिया से बचाव के लिए ‘सर्वजन दवा सेवन’ अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से बचने का एक ही विकल्प है फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन। इसीलिए यदि कोई भी व्यक्ति पांच साल तक लगातार साल में एक बार दवा का सेवन करता है तो वह फाइलेरिया जैसी बीमारी से बच सकता है।
उन्होंने बताया कि यदि दवा के सेवन के बाद कोई  प्रतिकूल प्रभाव-शरीर में चकत्ते पड़ जाएं, हल्का सिर दर्द, उल्टी, खुजली, और घबराहट जैसे लक्षण नजर आएं तो घबराए नहीं चाहिए। यह एक सामान्य स्थिति होगी क्योंकि दवा खाने के बाद शरीर के अंदर जो भी माइक्रो फाइलेरिया परजीवी होते हैं, वह दवा के प्रभाव से मर जाते हैं जिसकी वजह से यह लक्षण देखे जा सकते हैं। कुछ समय पश्चात यह स्वत ठीक हो जाते हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम ऐसे लोगों की निगरानी करती है।
अर्बन कोऑर्डिनेटर ने विद्यालय के बच्चों को बताया कि फाइलेरिया रोग क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। यह कभी भी किसी को भी काट सकता है। इस रोग के लक्षण जल्द दिखाई नहीं देते हैं, इसमें लगभग 10 से 12 वर्ष तक का समय लग जाता है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया लाइलाज बीमारी है और इस रोग से बचने का मात्र एक उपाय है फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन। इसलिए वर्ष में एक बार चलने वाले सर्वजन दवा सेवन अभियान के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा दी जाने वाली फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन जरूर करें। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए घर के आसपास पानी जमा न होने दें, साफ सफाई का ध्यान रखें और पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। विद्यालय के फादर (प्रधानाचार्य) जोबी जोसेफ ने कहा कि फाइलेरिया से बचाव के लिए जो जानकारी हमारे विद्यालय के अध्यापकों मिली वह बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसलिए हम सब सामूहिक रूप से प्रयास करेंगे कि विद्यालय के बच्चों को भी दवा का सेवन कराएं। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया से बचाव की मिली जानकारी को हमारे विद्यालय के शिक्षक और शिक्षिकाएं सामुदाय में लोगों को भी बताएंगे, जिससे लोग जागरूक होकर सर्वजन दवा का सेवन करें। जागरूकता कार्यक्रम के दौरान फादर बीवन, जेम्स एमसी, कल्पना, रानी जेम्स, रानी सुसेन, विनीता,अनीश एलेक्स, विनोद जोसेफ, तुषार दीक्षित और अन्य अध्यापक गण के साथ बच्चे भी उपस्थित रहे।

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