खानकाहे हुसैनिया कलीमिया में खानदाने चिश्त अहिले बहिश्त के सालाना उर्स का हुआ समापन ।
कुल की महफिल में सज्जादा नशीन ने भारत के अंदर अमन शांति सौहार्द व लोगों के दिलों में मोहब्बत पैदा करने की सामूहिक दुआ की।
मीरानपुर कटरा
कव्वाली के प्रोग्राम में कव्वालों रूह परवर सूफियाना कलाम पेश कर समा बांध दिया। गुरुवार की प्रातः बाद नमाज ए फज्र कुरान ख्वानी हुई।। कुरान ख्वानी के बाद कुल शरीफ की महफिल सजी.कब्बलों ने कुल की महफिल में कलाम ए इलाही पेश कर मुरीदीन को मस्ती में झूमने पर मजबूर कर दिया। कब्बालो के हिंदी के इस कलाम को हिंदू बंगाली जायरीनों को बहुत ज्यादा पसंद किया।
हसनी हुसैनी रंग बरसत है,
पिचकारी है मक्की मदनी,
आओ रे कलीमीयों होली खेले दूल्हा मैया के आंगना में,
मसरूर मियां के आंगन में,कब्बालो ने आगे बंद लगाते हुए यह मिसरा बार-बार दोहराया और इस मिसरे पर पर नजराने की बारिश हो गयी… मसरूर मियां का रंग देखो सखी दूल्हा मियां का रंग देखो सखी
हजरत अमीर खुसरो के कलाम आज रंग है ऐ माँ रंग हरि मैंने पीर पायो दूल्हा मियां औलिया मसरूर मियां औलिया।
कब्बालों के इस मिसरे पर मुरीदीनों को एक साथ कैफियत होने लगी…
ऐसी रंग दे कि रंग नाही छूटे,
धोबिया धोवे चाहे सारी उमरिया,
मोहे अपने ही रंग में रंग लो, मोहे अपने ही रंग में रंग लो रंगीले ,
ऐसी रंग दे कि रंग नाही छूटे,
रंग बरसत है हसनी हुसैनी मसरूर मियां के अंगना में।
कव्वाली के बाद फातेहाख्वानी हुई। व खानदाने चिश्त अहलेबहिश्त का सिजरा मुबारक पेश किया गया। सज्जादा नशीन हजरत सैयद मसूद अहमद कलीमी चिश्ती कादरी ने बेशुमार जायरीनों के साथ मुल्क व कौम की खुशहाली के लिए दुआ करते हुए हाथ उठाएं तो हजारों मुरीदों ने भी दरगाह ए आलिया में दुआ के लिए हाथ उठाएं और सब ने सज्जादा नशीन के साथ दुआ करते हुए कहा… या अल्लाह भारत के अंदर अमन शांति सौहार्द पैदा कर भारत के लोगों में अपने वतन व आपस में लोगों से मोहब्बत करने की दौलत से नवाज दे।भारत के लोगों को एक व अनेक बना दे। भारत में अमन शांति कायम फरमा दे। अमन शांति के लिए सज्जादा नशीन की सामूहिक दुआ में अकीदत मन मुरीद जायरीनों ने आमीन कहते हुए कहा या अल्लाह हम सभी जायरीनों को खानकाहे हुसैनिया कलीमीयां में दोबारा हाजरी नसीब फरमाए। हजारों जायरीन मुरीदों ने नम आंखों से रुखसती के वक्त सज्जादा नशीन की कदम बोसी की और खानकाह हुसैनिया कलीमिया के मजा रात पर हाजिरी देकर सर जमीने कटरा को अलविदा कहा। जायरीनों ने सर जमीने कटरा शरीफ को अदब का मुकाम बताते हुए उर्स के दौरान हुई जहमत पर क्षमा याचना की। समापन पर खानकाह हुसैनिया कलीमिया में पूर्व विधायक राजेश यादव विधान परिषद सदस्य अमित यादव रिंकू डा.असद अहमद कलीमी पूर्व चेयरमैन शमीउश्शान खाँ मिर्जा अजीम बेग मिर्ज़ा बाबू बेग, सगीर अहमद खां डभौरा वाले अनवर जमाल कलीमी याकूब अंसारी श्री ओम गुप्ता कुंवर सहारनपुरी मिर्जा तौहीद बेग शान मियां इलियास बेग हाजी बरकत अली हाजी सगीर अहमद खां मास्टर जियाउद्दीन अंसारी राजेश कश्यप सैयद फखरे अली सैयद मुजीब अहमद कलीमी अनुराग अग्रवाल यूनुस खान फुंदन खान मिर्जा नईम बेग मोहसिन खान मुस्ताक अंसारी मिर्जा शकील बेग दानिश कुरेशी हिकमत उल्लाह अंसारी नाजीम रजाक एजाज़ खान ठाकुर अनिल कुमार सिंह शशि मोहन अग्निहोत्री बृजेश मिश्रामास्टर वसीउल्लाह खान रामनिवास वर्मा मौलाना अब्दुल मन्नान कलिनी अफसर अंसारी हसमत उल्ला खान पप्पू फिरोज खान जुबेर खान फैज खान शाहिद खान इत्यादि दिल्ली मुंबई बेंगलुरु पश्चिम बंगाल कोलकाता बिहार आदि के सैकड़ों मुरीदों ने अकीदत के साथ शिरकत की।