बेटी बनी सहारा है, युगधारा है, युगधारा है।

बेटी बनी सहारा है, युगधारा है, युगधारा है।

लखनऊ महिला सशक्तीकरण में साहित्य की भूमिका पर शहर के इंडियन काफी हाउस में आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में युगधारा फाउंडेशन एनजीओ की ओर से महिला सशक्तिकरण में साहित्य की क्या भूमिका है, इस पर विचार गोष्ठी एवं साहित्य संवाद प्रस्तुत किया गया, साथ ही महिला साहित्यकारो एवं समाज में श्रेष्ठ कार्य कर रही महिलाओं को संस्था द्वारा समाज भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया।युगधारा फाउंडेशन की और से महिला सशक्तीकरण परिचर्चा का आयोजन सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि इन्द्रा तिवारी, कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ मिथलेश दीक्षित, विशिष्ट अतिथि डॉ प्रेमलता त्रिपाठी , अध्यक्षा गीता अवस्थी द्वारा माँ शारदे की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया, आरम्भ में सौम्या मिश्रा अनुश्री द्वारा मां शारदे की वंदना के साथ साहित्य सम्वाद की शुरुआत हुई जिसमें कई रचनाकारों ने अपनी रचनाओं के साथ काव्यमय प्रस्तुतियां दी। स्वाति श्रीवास्तव द्वारा नए युग की नारी, नीलम सिंह द्वारा- नेह का बंधन अनोखा और सुरीला साज भी, सौम्या तोमर द्वारा राधा का प्रेम अनोखा था, डॉ कमलेश शुक्ला कीर्ति द्वारा – नारी कन्या, नारी देवी, नारी सबका मान है, स्वधा द्वारा अम्ल हैं, क्षार हैं, आजमाकर देख लो, निवेदिता श्री द्वारा- काल का चक्र था, वेश धरना पड़ा, सुषमा सिंह द्वारा – वन्दन करते आए हैं, अभिनंदन बनके मारेंगे, सौम्या मिश्रा अनुश्री द्वारा – पूर्ण शिक्षित अभी भी नहीं नारियां आदि प्रस्तुतियां दीं। महिला सशक्तिकरण परिचर्चा में महिला सशक्तिकरण पर अतिथियों ने आज की सभा को सम्बोधित करते हुए विचार प्रस्तुत किए सर्वप्रथम विशिष्ट अतिथि महोदया डॉ प्रेमलता त्रिपाठी ने कहा – नारियां तो पुरातन से ही सशक्त थीं, शक्ति तो हम में है , ही। कार्यक्रम अध्यक्षा महोदया डॉ मिथलेश दीक्षित ने कहा – बेटी बनी सहारा है, युगधारा है, युगधारा है, किन्तु नारी सुरक्षा की समस्या आज भी है, अंत में सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि महोदया इन्द्रा तिवारी ने कहा – हम दोहरे मापदंड रखते हैं ये बेटा है, ये बेटी है, वरना आज तो नारी युग है, और नारियां सशक्त हैं, यदि सही मायने में देखें तो महिलाएं ही महिलाओं पर अत्याचार करती हैं। आयोजन में आए हुए अतिथिगणों को अंग वस्त्र , स्मृति चिन्ह एवं सम्मान पत्र देकर अध्यक्षा गीता अवस्थी द्वारा सम्मानित किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन सौम्या मिश्रा अनुश्री ने किया।

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