हरियाणा में सरकार की टैब स्कीम ने पेरेंट्स की टेंशन बढ़ा दी है। सरकार ने स्कूली बच्चों को जो टैब पढ़ाई के लिए दिए थे, उसमें विद्यार्थी गेम खेल रहे हैं। परेशानी इस कदर बढ़ गई कि इसमें पंचायतों को कूदना पड़ गया। जींद और कैथल की पंचायतों ने तो इसके खिलाफ प्रस्ताव तक पास कर दिए। जिसमें सरकार को इन्हें बच्चों से वापस लेने को कहा जा रहा है।
हरियाणा सरकार को पत्र भेजकर टैब वापस लेने की मांग करने वालों में जींद जिले के गांव ढ़िगाना, खरकराम जी और गांव कंडेला की ग्राम पंचायत शामिल हैं। इनके अलावा कैथल जिले के गांव गुहणा और सिरसा के गांव माधोसिंघाना की ग्राम पंचायत की पंचायत ने भी सरकार को लेटर भेजा है।
हरियाणा सरकार ने बोर्ड कक्षाओं यानी 10वीं और 12वीं में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को टैब वितरित किए थे। सरकार का मकसद था कि बच्चे घर पर रहते हुए विद्यार्थी तकनीकी शिक्षा यानी टेक्निकल एजुकेशन से जुड़ें। उनकी पढ़ाई भी निरंतर जारी रहे। इस योजना की शुरुआत वर्ष 2022 में की गई थी।
पंचायतों ने शिक्षा विभाग के अतिरिक्त सचिव को लिखे पत्र में कहा कि बच्चे इन टैब का मिसयूज कर रहे हैं। पढ़ाई की जगह वह नए-नए एप डाउनलोड कर गेम खेलते रहते हैं। एप में वह दूसरी असभ्य चीजें देखते रहते हैं। आजकल के बच्चों को हर तरह के सॉफ्टवेयर का ज्ञान है। इसलिए वह पूरा दिन टैब में लगे रहते हैं। इन टैब को वापस लिया जाए।