राजस्थान: आज बीजेपी राज्य सरकार के खिलाफ जयपुर में बड़ा प्रदर्शन कर रही है। बीजेपी यहां सचिवालय का घेराव करेगी। बीजेपी का दावा है कि इस घेराव कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रदेशभर से लाखों लोग जयपुर पहुंचे हैं। बीजेपी के ‘चलो जयपुर’ नारे को पीएम मोदी ने भी समर्थन दिया है। इस आंदोलन के जरिए ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान के समापन होगा।
प्रदर्शन के लिए कार्यक्रम स्थल पर नेताओं के पहुंचने का सिलसिला हुआ शुरू हो गया है। मंच पर राष्ट्रीय पदाधिकारी, कोर कमेटी सदस्य, प्रदेश पदाधिकारी, सांसद, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व मेयर को जगह दी गई है।
आंदोलन से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी राजस्थान के ट्वीट पर रिट्वीट करते हुए लिखा- बेटियों के मान में चलो, गरीबों के उत्थान में चलो, दलित सम्मान में चलो, किसान का दर्द भी सुनो, हुंकार भरो…
पीएम मोदी ने आगे लिखा- कांग्रेस के मौजूदा शासन ने जिस प्रकार वीर-वीरांगनाओं की भूमि राजस्थान को बदहाली और बदनामी का दलदल बनाकर रख दिया है। जनता-जनार्दन उससे जल्द छुटकारा चाहती है। राज्य के कुशासन को उखाड़ फेंकने का जन-जन ने जो संकल्प लिया है, उसे भाजपा की इस मुहिम से बहुत बड़ा बल मिलने वाला है।
दरअसल, 16 जुलाई को नहीं सहेगा राजस्थान अभियान की शुरुआत जयपुर के बीलवा से बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की थी। इस अभियान के तहत बीजेपी ने सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार, पेपरलीक, कर्जमाफी, महिला और दलित अत्याचार, कानून व्यवस्था व अन्य मुद्दों को लेकर प्रदेशभर में कई कार्यक्रम किए।
वहीं, अब बड़े स्तर पर इस अभियान का समापन सचिवालय घेराव के साथ किया जाएगा। इसमें बीजेपी के तमाम बड़े नेता मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह भी जयपुर पहुंच चुके हैं। घेराव से पहले सुबह बीजेपी मुख्यालय पर सभा भी आयोजित की जाएगी।
सचिवालय घेराव कार्यक्रम को लेकर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा- 1 अगस्त का प्रदर्शन इस सरकार के खिलाफ हुए अब तक के सभी प्रदर्शनों से बड़ा होगा। सरकार के खिलाफ लाखों लोग सड़कों पर होंगे। प्रदेशभर से लाखों लोग सरकार को विदाई देने जयपुर पहुंचेंगे।
उन्होंने कहा- इस सरकार ने युवा, बेरोजगार, महिलाओं की भावनाओं से खिलवाड़ किया हैं। कल हम इन्हीं मुद्दों को लेकर सचिवालय का घेराव करेंगे। हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे। लेकिन जिस तरह से हमारे युवा मोर्चा व महिला मोर्चा के शांति पू्र्वक हो रहे प्रदर्शनों पर लाठी चार्ज किया गया। तो मैं कहना चाहूंगा कि हम लाठी भी और गोली भी खाने को तैयार हैं। लेकिन हम इस सरकार का अन्याय व अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे।
सचिवालय कूच के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच टकराव की स्थिति भी बनने की पूरी आशंका है। इससे पहले 13 जून को भी जयपुर के कार्यकर्ताओं द्वारा सचिवालय को घेरने की कोशिश की गई थी। लेकिन पुलिस ने बीजेपी से सचिवालय जाने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग्स कर दी थी। ऐसे में कार्यकर्ताओं और पुलिस में टकराव की स्थिति बन गई थी। पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ी थी वहीं वाटर कैनन का भी इस्तेमाल करना पड़ा था।