नूंह हिंसा के आरोपियों का खुलासा: साजिश के तहत भीड़ में घुसे, अवैध हथियारों से की फायरिंग; लाठी-पत्थर से किया हमला

 

हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने बताया कि साजिश के तहत इस हिंसा को अंजाम दिया गया था। भीड़ में शामिल होकर अवैध हथियारों से फायरिंग की।

ब्रजमंडल यात्रा में शामिल लोगों पर ईंट-पत्थर, लाठी-डंडों से भी हमला किया गया। जब हिंसा भड़क गई तो उन्होंने अपने हथियार और लाठी-डंडे छुपा दिए। इसके बाद कुछ आरोपी मेवात की पहाड़ियों में जाकर छुप गए। इसके अलावा कुछ राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भाग गए।

नूंह पुलिस अभी तक हिंसा के 176 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। नूंह के अलावा गुरुग्राम, पलवल, फरीदाबाद और रेवाड़ी समेत 5 जिलों में 55 FIR दर्ज की जा चुकी है। हिंसा में एक और चौंकाने वाली बात ये सामने आई कि ज्यादातर आरोपी यंग एज के हैं। पकड़े गए आरोपियों की उम्र 18 से 25 साल के बीच है। इस पूरी हिंसा को प्लानिंग के तहत ही अंजाम दिया गया है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने खुलासा किया कि हिंसा भड़काने के बाद उनका एग्जिट प्लान भी रेडी था। उन्हें पहले से पता था कि उन्हें कहां छुपना है और उसके बाद कहां भागना है। इसी वजह से जब हर तरफ हिंसा भड़क गई और दूसरे लोग इसमें शामिल हो गए तो वे मेवात की पहाड़ियों में छुप गए थे। ये अरावली की पहाड़ियां राजस्थान की सीमा से लगती हुई हैं।

कुछ आरोपी राजस्थान के भरतपुर, उदयपुर, जयपुर और उत्तर प्रदेश (UP) के मेरठ, आगरा और अलीगढ़ में भी जाकर छुप गए हैं। इस खुलासे के बाद हरियाणा पुलिस की अलग-अलग टीमें मेवात ही नहीं, बल्कि दूसरी जगह पर भी हिंसा में शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है।

नूंह हिंसा के मामले में पुलिस ने इंस्पेक्टर पंकज कुमार के बयान पर केस दर्ज किया। जिसमें उन्होंने बताया कि 600-700 लोगों की भीड़ धार्मिक नारे लगा रही थी। उन्होंने पुलिस पर पथराव किया। रोके जाने पर फायरिंग होने लगी। इस दौरान इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो एक गोली उनके पेट में आकर लगी। भीड़ इस कदर बेकाबू थी कि पुलिसवालों को भी जान से मारने के लिए फायरिंग और पत्थरबाजी कर रही थी। उन्होंने कहा कि ये पूरी हिंसा एक सुनियोजित तरीके से अंजाम दी गई।
हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्‌टर ने कहा कि एक सामाजिक यात्रा, जो हर वर्ष निकलती है, उस पर कुछ लोगों ने आक्रमण किया। पुलिस को भी निशाना बनाया गया। सुनियोजित और षडयंत्रपूर्ण तरीके से यात्रा को भंग किया गया, जो बड़ी साजिश की तरफ इशारा करती है। पुलिस पर भी आक्रमण किया गया और यात्रा को भंग करने का प्रयास किया गया।

हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि एकदम से फायरिंग, लाठी-पत्थर नहीं आ सकते। ये सब एक साजिश है। जिसका कोई न कोई मास्टरमाइंड है। हम जांच करेंगे और ऐसे मास्टरमाइंड को बेनकाब करेंगे। उसे पकड़कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

नूंह शहर में 31 जुलाई को नलहेश्वर मंदिर से ब्रजमंडल यात्रा निकली थी। यात्रा जब तिरंगा पार्क के पास पहुंची तो उस पर पथराव हो गया था। यहां से शुरू हुआ बवाल धीरे-धीरे पूरे शहर में फैल गया। हिंसा की आग में नूंह तो पूरी तरह झुलसा ही साथ ही आसपास के जिले भी इसकी चपेट में आ गए। गुरुग्राम, पलवल, फरीदाबाद और रेवाड़ी जिले में भी घटनाएं हुई। हिंसा में अभी तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। 100 से ज्यादा लोग घायल हो चुके है।

 

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