दक्षिण कानपुर के नामी स्कूल की कक्षा नौ की छात्राओं की एडिट की हुई फोटो वायरल करने वाले युवक 18 फर्जी इंस्टाग्राम आईडी चलाते थे। इन आईडी का इस्तेमाल छात्राओं व शिक्षिकाओं की फोटो चुराकर वायरल करने के लिए किया जाता था।
गुजैनी थाने में दर्ज इस केस की जांच बर्रा पुलिस कर रही है। उसकी जांच में साफ हो गया है कि युवक अपने एक अन्य साथी को छात्राओं की फोटो भेजता था और एडिट की हुई अश्लील फोटो हासिल कर उन्हें वायरल करता था। जांच के दौरान एक वॉयस रिकार्डिंग भी मिली है।
इसमें आरोपी साथी को इंस्टाग्राम पर मैसेज कर फोटो जल्द एडिट कर भेजने के लिए कहता सुना गया है। इस रिकार्डिंग को भी पुलिस अहम सबूत के तौर पर जांच में शामिल कर चुकी है। पुलिस फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि युवक फोटो को वायरल करने के अलावा क्या उपयोग करते थे।
हालांकि अभी पुलिस साइबर सेल की उस रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे यह साफ हो जाएगा कि छात्राओं की फोटो वायरल करने वाले एकाउंट उन्हीं युवकों के थे या नहीं। इस रिपोर्ट के आते ही पुलिस चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी शुरू कर देगी।
जांच अधिकारी इंस्पेक्टर वीरपाल सिंह ने बताया कि जांच सही दिशा में बढ़ रही है। साइबर सेल से इंस्टाग्राम अकाउंट की रिपोर्ट आने में देर हो रही है। रिपोर्ट के लिए रिमाइंडर लिखा गया है। उसके आते ही आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।