पं.धीरेंद्र की आरती पर कांग्रेस नेता ने कमलनाथ को घेरा, और बोले- भाजपा प्रचारक की आरती करना वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा को लेकर कांग्रेस में मतभेद सामने आए हैं। कांग्रेस के सीनियर लीडर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को घेरा है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘भाजपा के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता।’
छिंदवाड़ा के सिमरिया में पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री रामकथा कर रहे हैं। 5 से 7 अगस्त तक चलने वाली कथा के मुख्य यजमान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के बेटे और छिंदवाड़ा से सांसद नकुलनाथ हैं। 5 अगस्त को कथा के शुभारंभ से पहले कमलनाथ ने पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की आरती की थी।
प्रमोद कृष्णम ने ट्विटर पर लिखा, ‘मुसलमानों के ऊपर बुलडोजर चढ़ाने और RSS के एजेंडे हिंदू राष्ट्र की खुल्लम-खुल्ला वकालत कर संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले भाजपा के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता। आज रो रही होगी गांधी की आत्मा, तड़प रहे होंगे पंडित नेहरू और भगत सिंह, लेकिन सेक्युलरिज्म के ध्वजवाहक जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे सब खामोश हैं।’
प्रमोद कृष्णम के बयान पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘अब कमलनाथ को हिंदुओं की ताकत पता चल गई है।’ भोपाल में सोमवार को मीडिया से चर्चा में गृहमंत्री ने कहा, ‘ये सुविधा भोगी और चुनावी हिंदू हैं। ये राष्ट्र के लिए काम नहीं करते, खुद के लिए काम करते हैं।’
छिंदवाड़ा कमलनाथ का गढ़ भी है। राम कथा कराने पर BJP प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी ने कहा, ‘इतिहास रहा है कि चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेसियों को भगवान श्रीराम, हनुमान, मठ-मंदिर समेत हिंदू और सनातन धर्म की याद आती है। यह वही कांग्रेस है, जिसने राम के अस्तित्व पर ही कई सवाल खड़े किए थे।’
इससे पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी रविवार को इस मुद्दे पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था, ‘चुनाव आता है तो कथा कराने में सब लोग लग जाते हैं। चुनाव के बाद धर्म को ही पूरी तरह से भूल जाते हैं।’
भोपाल में इसके जवाब में कमलनाथ ने रविवार को कहा था, ‘मैंने तो 12-13 साल पहले ही हनुमान मंदिर बनवाया था। मैं मंदिर जाता हूं तो BJP के पेट में दर्द होता है। भाजपा ने धर्म की एजेंसी थोड़ी ले रखी है।’