यूट्यूबर मनीष कश्यप जेल से 4 महीने बाद बेतिया पहुंचा, ट्रेन से लेकर आई तमिलनाडु पुलिस ने कोर्ट में किया पेश
बिहार: तमिलनाडु के मदुरई जेल में बंद यूट्यूब मनीष कश्यप की बेतिया व्यवहार न्यायालय में सोमवार को पेशी है। तमिलनाडु पुलिस चार महीने बाद उसे सप्त क्रांति ट्रेन से लेकर बेतिया पहुंची। मनीष की सुरक्षा में 60 से 70 पुलिसकर्मी तैनात हैं।
उसे बेतिया एसपी ऑफिस में कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट ले जाया गया। कोर्ट के बाहर और परिसर में मनीष के समर्थक काफी संख्या में जुट गए। उन्होंने नारेबाजी की। एक समर्थक पुलिस गाड़ी के आगे लेट गया। कोर्ट के बाहर हंगामे की स्थिति है। पुलिस समर्थकों को वहां से हटा रही है।
वहीं, दूसरी तरफ एसपी कार्यालय के पास मनीष की मां अपने बेटे से मिलने की आस लगाए बैठी है, उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा। वो गेट पर बैठकर रो रहीं। मां के साथ उनके भाई भी मौजूद हैं।
बीजेपी विधायक उमाकांत सिंह के साथ मारपीट करने और रंगदारी मांगने के मामले और मझौलिया के पारस पकड़ी स्थित भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक के साथ दुर्व्यवहार करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले में बेतिया कोर्ट में पेशी होगी। इस दोनों मामले में न्यायालय की ओर से मनीष को पेशी कराने के लिए चेन्नई पुलिस और मदुरई सेंट्रल कारा को निर्देशित किया गया था।
मनीष के बेतिया स्टेशन पर पहुंचने से भारी संख्या में समर्थक मौजूद थे। जिन्होंने मनीष का माला पहनाकर स्वागत किया। फिलहाल मनीष को बेतिया एसपी ऑफिस में रखा गया है। आस पास किसी को जाने नहीं दिया जा रहा। गेट के बाहर ताला लगा हुआ। वहीं, दूसरी तरह कार्यालय के बाहर समर्थकों की भीड़ भी लगी है। जिस कारण पर्याप्त संख्या में पुलिस बल भी वहां मौजूद है।
मालूम हो कि तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ हिंसा मामले में फर्जी वीडियो शेयर करने को लेकर यूट्यूबर मनीष कश्यप की मुश्किलें बढ़ी थी। बिहारियों की पिटाई का फेक वीडियो वायरल करने के मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने मनीष कश्यप के खिलाफ FIR दर्ज की थी। जब इस केस में छापेमारी शुरू हुई तो कई दिनों तक गिरफ्तारी के डर से मनीष कश्यप बिहार छोड़कर फरार हो गया था। उसकी तलाश में कई जगहों पर छापेमारी हुई थी।
बेतिया पुलिस ने 18 मार्च को दूसरे केस में मनीष के घर की कुर्की जब्ती शुरू की तो उसने स्थानीय थाने में सरेंडर किया। उसी दिन पटना से गई EOU की टीम ने उसे अपने केस में कब्जे में लिया था।रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की और उसे जेल भेज दिया था।
मनीष कश्यप के सरेंडर करने के तुरंत बाद तमिलनाडु पुलिस की टीम पटना पहुंची थी। 30 मार्च को ट्रांजिट रिमांड पर तमिलनाडु पुलिस अपने साथ ले गई थी। तमिलनाडु पुलिस ने मनीष कश्यप को मदुरई कोर्ट में पेश किया था। तब से मनीष कश्यप वहां की जेल में बंद है। वहां जाने के बाद ही उसके ऊपर NSA लगाया गया।
तमिलनाडु की जेल में बंद यूट्यूबर मनीष कश्यप ने सुप्रीम कोर्ट से सभी केस को एक जगह क्लब करने की मांग की थी। CJI डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने कश्यप की बेल और NSA याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने कहा कि हाईकोर्ट जा सकते हैं। वहीं, सभी केस को एक जगह क्लब करने की याचिका को खारिज कर दिया।
सुनवाई के दौरान बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि मनीष कश्यप आदतन अपराधी है। मनीष कश्यप के वकील मनिंदर सिंह ने कहा कि अगर इस लड़के को इस अपराध के लिए सलाखों के पीछे होना है तो सभी पत्रकारों को जेल जाना चाहिए। इस पर कपिल सिब्बल ने कहा कि पत्रकार नहीं, वह चुनाव लड़ा है।