छात्रा की मौत पर प्रधानाचार्य व शिक्षक की गिरफ्तारी पर जताया रोष
– सभी विद्यालय लें सीख, समय-समय पर छात्रों की करते रहें काउंसलिंग: प्रमोद
– विद्यालयों के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अभिभावकों से अपील
बैठक में परिचर्चा करते सहोदया संगठन के पदाधिकारी व प्रधानाचार्य।
फतेहपुर। सीबीएसई से मान्यता प्राप्त विद्यालयों की सहोदया संगठन के तत्वाधान में महर्षि विद्या मंदिर सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल में एक आपात बैठक बुलायी गयी। जिसमें आजमगढ़ के चिल्ड्रेन गल्र्स स्कूल में एक छात्रा की दुःखद मृत्यु एवं स्कूल की प्रधानाचार्या एवं शिक्षक की गिरफ्तारी पर चर्चा की गयी। बैठक में छात्रा की दुःखद मृत्यु पर शोक व्यक्त किया गया। विद्यालय के शिक्षक के साथ ही प्रधानाचार्या की गिरफ्तारी पर विरोध दर्ज कराकर रोष व्यक्त किया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुये सहोदया के अध्यक्ष प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने कहा कि आजमगढ़ की घटना निश्चित रूप से दुःखद है। विद्यालय प्रशासन/प्रबंधन से अपने दायित्व के निर्वहन में चूक हुई है। घटना से हम सभी को नसीहत लेने की जरूरत है। समय-समय पर छात्रों की काउंसलिंग करते रहना चाहिए। इसके साथ ही अभिभावकों से नियमित संवाद जरूरी है। विद्यालयों का कर्तव्य छात्रों का चरित्र निर्माण एवं भविष्य के लिए एक जिम्मेदार नागरिक तैयार करना है इसलिए शिक्षक का दायित्व केवल पढ़ाने तक सीमित नहीं है। इसके साथ ही अभिभावकों से अपील की जाती है कि वे विद्यालयों के दिशा निर्देशों का पालन करने मे अपना सहयोग दे। इस समय छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुये विद्यालय में मोबाइल लाने की अनुमति नहीं है फिर भी अभिभावक छात्र/छात्राओं को मोबाइल देते हैं। इसी तरह 18 वर्ष से कम आयु के छात्रों को जिनके पास ड्राईविंग लाइसेंस और हेलमेट नही है। किसी भी परिस्थिति में मोटरसाइकिल न दें। विद्यालय में ऐसे छात्रों को पार्किंग की सुविधा नहीं दी गयी है। ऐसे छात्र विद्यालय से दूर अपने वाहन की पार्किंग करते है और अभिभावक इस दिशा में कोई ध्यान नही देते हैं और दुर्घटना होने पर सारा दोष विद्यालय पर मढ़ दिया जाता है। इसी कड़ी में सुझाव प्राप्त करने के लिए मीडिया से संवाद स्थापित हेतु प्रतिनिधियों से चर्चा परिचर्चा की गयी और उनके द्वारा दिये गये सुझावों, जिसमें अभिभावकों से लगातार संवाद स्थापित करना, अनुशासन व शुल्क जमा करने के नाम पर छात्रों/अभिभावकों पर अनुचित दबाव न बनाना सीबीएसई से इतर प्राइवेट प्रकाशन की 1/3 महंगी पाठ्य पुस्तकें लागू करना एवं बिना किसी आधार के फीस में अनुचित वृद्धि करना आदि शामिल है। सिकेटरी नितिन तिवारी ने आश्वासन दिया कि आज की परिचर्चा में उठाये गये विषयों को अमल में लाने के लिए संबंधित प्रधानाचार्य अपने विद्यालय के प्रबंधतंत्र से चर्चा कर इन सुझावों को अमल में लाना सुनिश्चित करेंगे। इस अवसर पर सीबीएसई विद्यालयों के प्रधानाचार्य धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, डॉ० पदमालया, सुनीता गुप्ता, आरके सिंह, प्रखर शुक्ला, सीमा शुक्ला, धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।