कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र में धनीरामपुर स्थित घर में अकेली किशोरी की लोहे के दरवाजे में विद्युत केबल से उतरे करंट की चपेट में आकर मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना शव का अंतिम संस्कार कर दिया। धनीरामपुर निवासी राम गोविंद गांव में विवाद के बाद परिवार समेत दिल्ली चला गया था।पुत्री अर्चना (16) भरथना के मागूपुर स्थित ननिहाल चली गई थी। कोर्ट में 31 जुलाई की तारीख पड़ी थी। इस पर रामगोविंद 29 जुलाई को गांव आया था। पिता के आने की जानकारी पर अर्चना भी ननिहाल से गांव आ गई थी। घर में पिता व बेटी ही थे। सोमवार को रामगोविंद खेत गया था।दोपहर बाद वह घर लौटा, तो दरवाजा बंद होने पर बेटी को आवाज दी। जवाब न मिलने पर खिड़की से झांक कर देखा, तो कोई हलचल नहीं दिखी। इसपर उसने पड़ोसियों को बुलाया। लोहे के दरवाजे को खोलने की कोशिश की, तो करंट का झटका लगा। इस पर दरवाजे को छू रहे कटे केबल का हिस्सा हटाया और कुंडा तोड़ा गया।पास में ही अचेत पड़ी बेटी को लेकर वह अस्पताल गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस पर परिजन गमगीन हो गए। शव लेकर गांव लौटे और बाद में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। थाना प्रभारी समर बहादुर सिंह ने बताया कि मामले की सूचना किसी ने नहीं दी है।