ब्यूरो संजीव शर्मा
समूह दवा सेवन अभियान के तहत 10 से 28 अगस्त तक डोर टू डोर फाइलेरिया की दवा खिलाई जाएगी-डा.एस.सी.गुप्ता
न्यूज़ वाणी इटावा।फाइलेरिया एक घातक बीमारी है,जिसे हम हाथी पाँव के नाम से भी जानते हैं।इसकी चपेट में आने पर हाइड्रोसील,हाथ-पाँव, स्तन व अण्डकोष में सूजन आ जाती है,जो दिन प्रतिदिन बढ़ कर विकृत रूप ले लेती है।
यह जानकारी देते हुए आईएमए इटावा के अध्यक्ष डा.एस.सी.गुप्ता ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के अन्तर्गत जनपद इटावा में दिनांक 10 अगस्त से 28 अगस्त तक “समूह दवा सेवन” कार्यक्रम चलाया जा रहा है,जिसमें स्वास्थ्य विभाग से औषधि उपचारक घर-घर संस्थानों, विद्यालयों आदि सभी जगह जाकर अपने सामने दवा सेवन कराएंगे।
उन्होंने ने बताया कि फाइलेरिया के कृमि मनुष्य और मच्छर के शरीर में अपना जीवन चक्र पूरा करते हैं।फाइलेरिया के कृमि मनुष्य के शरीर में पहुँच कर मनुष्य के लसिकातन्त्र को अपना निवास और प्रजनन स्थल बना लेते हैं। 7-8 वर्षों तक इसके कृमि शरीर में अपनी संख्या बढ़ाते रहते हैं और इससे संक्रमित व्यक्ति अपने आस-पास के व्यक्तियों को भी मच्छर द्वारा अनजाने में ही रोग फैलाते रहते हैं।इस रोग के कोई भी लक्षण मनुष्य के शरीर में 7-8 वर्षों तक प्रकट नहीं होते,इसलिए हम स्वयं को स्वस्थ्य मानकर यह दवा नहीं खाते। 7-8 वर्षों के पश्चात मनुष्य के लसिकातन्त्र में फैलाव करके वयस्क फाइलेरिया कृमि लसिकाद्रव्य प्रवाह को अवरुद्ध कर देते हैं और प्रभावित अंगों में सूजन दिखाई देने लगती है,जो वर्ष प्रति वर्ष बढ़ती जाती है और व्यक्ति का सामाजिक,आर्थिक और व्यक्तिगत जीवन प्रभावित होने लगता है।एक बार इस बीमारी के लक्षण प्रगट होने पर यह बीमारी पूरी तरह कभी ठीक नहीं होती,किन्तु साल में एक बार दवा लेने पर यह बीमारी बढ़ने से रुक जाती है।
आईएमए इटावा के सचिव डा.डी.के. सिंह ने बताया कि स्वस्थ व्यक्ति एवं वह व्यक्ति जिसमें यह लक्षण नहीं प्रकट हुये है,यदि वर्ष में एक बार यह दवा लेते हैं तो फाइलेरिया रोग से बचे रहेंगे।इसमें एल्बेन्डाजोल तथा डी.ई.सी.की गोली आयु अनुसार खिलायी जायेगी। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं व एक वर्ष से कम आयु के बच्चे तथा गंम्भीर रोग से पीड़ित लोगों को छोड़कर सभी को यह दवा खानी है।दवा नाश्ते या भोजन के बाद ही खानी है,खाली पेट दवा नहीं खानी है।यह औषधि पूरी तरह सुरक्षित और दुष्प्रभावरहित है। आईएमए इटावा के सभी पदाधिकारी चिकित्सकों ने जनपद वासियों से अपील करते हुए कहा कि जैसा आप सभी जानते हैं कि जनपद इटावा फाइलेरिया से प्रभावित क्षेत्र है।इसलिए आप सभी से निवेदन है कि इस दवा का सेवन अवश्य करें ताकि फाइलेरिया जैसी गम्भीर बीमारी से बचाव किया जा सके।आइए हम सब मिलकर अपने गाँव,शहर,जिला और देश को फाइलेरिया मुक्त बनाये एवं एक स्वस्थ समाज के निर्माण में भागीदार बनें।