लखनऊ। डीजीपी विजय कुमार ने बावरिया, कच्छा-बनियान जैसे घुमंतू गिरोहों की बढ़ती सक्रियता को लेकर मातहतों को आगाह किया है। उन्होंने प्रयागराज के थाना थरवई के हेतापट्टी गांव में सात अगस्त को हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ये वारदात पेशेवर घुमंतू गिरोह द्वारा अंजाम दी गई है। ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए उन्होंने समस्त पुलिस कमिश्नरेट, जिलों और जीआरपी को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने ऐसी घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने को लेकर जारी निर्देशों में कहा कि बरसात और सर्दी के मौसम में इन गिरोहों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं। ऐसे गिरोह वीभत्स वारदातों को अंजाम देते हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कार्य योजना बनाई जाए। साथ ही पुलिस बल, गस्ती वाहन और राजपत्रित अधिकारियों की बीफ्रिंग करते हुए हॉट-स्पाट चिन्हित किए जाएं।
ऐसे चिन्हित हॉट-स्पॉट पर रात 12 बजे से सुबह चार बजे तक नियमित गश्त कराई जाए। संवेदनशील राजमार्गों पर पर्याप्त संख्या में पेट्रोलिंग वाहन और पिकेट की तैनाती हो। इस दौरान हूटर, सायरन, फ्लैश लाइट का प्रभावी इस्तेमाल किया जाए। ग्राम, मोहल्ला सुरक्षा समितियों को क्रियाशील कर ग्राम चौकीदारों के साथ गश्त कराई जाए। घुमक्कड़ अपराधियों के ठहरने के स्थानों के बारे में पूरे जिले में छानबीन करा ली जाए। हालांकि इस दौरान किसी निर्दोष को परेशान न किया जाए
ऐसे अपराधी अक्सर रेलवे स्टेशन के आसपास भी ठिकाना बना लेते हैं और वारदात अंजाम देने के बाद ट्रेन और बस से यात्रा करते हैं। वहीं घटना अंजाम देने से पहले होटलों, ढाबों और शराब की दुकानों में शराब का सेवन करते हैं। ऐसे अपराधियों की सूची बना ली जाए और उनकी जमानत निरस्त कराई जाए। एसटीएफ भी ऐसे गिरोहों पर सतर्क दृष्टि रखे। इस बारे में एक कार्यशाला आयोजित कर जिले के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशों के बारे में अवगत कराया जाए।