आजादी से अब तक लोगों की आय 24 गुना बढ़ी, अनाज उत्पादन 6 गुना बढ़ा, छठा सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरर भी बना भारत
नई दिल्ली। भारत जब 1947 में आजाद हुआ तब देश हर चीज के लिए आयात पर निर्भर था। चाहे खाने-पीने की चीजें हों या रोजमर्रा इस्तेमाल होने वाली दूसरी वस्तुएं। लेकिन आज आठ दशक पूरे होने से चार कदम दूर वही देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने की दहलीज पर खड़ा है। आईएमएफ के अनुसार 2027 में भारत की 5.15 लाख करोड़ डॉलर की इकोनॉमी अमेरिका और चीन के बाद दुनिया में तीसरे स्थान पर होगी, जो अभी पांचवें स्थान पर है। इस दौरान भारत ने कृषि, उद्योग, टेक्नोलॉजी, अंतरिक्ष, सर्विसेज हर क्षेत्र में तरक्की की है। एग्रीकल्चरल स्टैटिस्टिक्स एट ए ग्लांस के अनुसार 1950-51 में प्रति व्यक्ति आय 7114 रुपये थी, यह 2022-23 में 24 गुना बढ़कर 172000 रुपये (मौजूदा मूल्यों पर) हो गई। अनाज उत्पादन 508 लाख टन से छह गुना बढ़कर 2021-22 में 3157 लाख टन पहुंच गया। हम दूध और दालों के सबसे बड़े उत्पादक बन गए हैं तथा गेहूं-चावल और फल-सब्जियों के उत्पादन में दूसरे स्थान पर हैं। इस तरह हमने न सिर्फ 140 करोड़ देशवासियों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की, बल्कि 100 से ज्यादा देशों को खाद्य निर्यात भी करते हैं।