मुफलिसी में जी रहे दिव्यांगों की सहायता को आगे आए डा. अनुराग

– बच्चों के जन्म के दो वर्ष बाद हो गया था मां का देहांत
– बकरियां चराकर जीवन-यापन कर रहे पिता दिव्यांगों को सहायता प्रदान करते यूथ आइकान डा. अनुराग।
फतेहपुर। आबू मोहम्मदपुर बनरसी गांव में मुफलिसी में जी रहे दिव्यांगों की जानकारी मिलने पर रेडक्रास सोसाइटी के चेयरमैन व यूथ आइकान डा. अनुराग श्रीवास्तव सहायता के लिए आगे आये। उन्होने परिवार को खाद्य सामग्री के साथ-साथ वस्त्र भी वितरित किए। सामग्री व वस्त्र पाकर परिवार का चेहरा खुशी से खिल उठा और यूथ आइकान के प्रयास की सराहना की।
बताते चलें कि ग्राम आबू मोहम्मदपुर बनरसी गांव निवासी दिव्यांग संदीप 28 वर्ष व ननकू 26 वर्ष सत्तर प्रतिशत दिव्यांग होने के साथ-साथ दैनिक कार्य भी करने में असमर्थ हैं। दोनों की लंबाई सिर्फ डेढ़ फीट है। मां का स्वर्गवास बच्चों के जन्म के दो वर्ष बाद ही हो गया था। जिससे पिता छेदीलाल पर दोनों बच्चों के लालन-पोषण का भार आ गया था। दिव्यांग दोनों बच्चों की परवरिश व परिवार का भरण पोषण एक साथ नहीं हो पा रहा था। जिसके चलते छोटेलाल ने दोनों बच्चों को रोड किनारे बैठाकर ग्रामीणों की बकरियां चराने का काम शुरू किया। आने-जाने वाले वाहन सवार व राहगीर दिव्यांग दोनों बच्चों को देखकर कुछ रूपये देकर उनकी मदद करने लगे। इससे उनके परिवार का गुजर-बसर तो चलने लगा लेकिन मुफलिसी भी हावी रही। बमुश्किल घर का खर्च चल रहा है। जिन्हें मदद की बेहद जरूरत है। जब यह जानकारी रेडक्रास सोसाइटी के चेयरमैन एवं यूथ आइकान डा. अनुराग को हुई तो उनसे रहा न गया और वह तत्काल खाद्य सामग्री व वस्त्र लेकर गांव पहुंचे। छोटेलाल के घर पहुंचकर उन्होने खाद्य सामग्री में आटा, दाल, चावल, तेल, बिस्कुट, रस्क, टूथब्रश, टूथपेस्ट, नहाने का साबुन, कपड़े धुलने का साबुन समेत वस्त्र आदि प्रदान किया। सामग्री व वस्त्र पाकर दिव्यांगों समेत पिता छोटेलाल का चेहरा खुशी से खिल उठा। उन्होने यूथ आइकान के प्रयासों की सराहना की। यूथ आइकान डा. अनुराग ने कहा कि यह परिवार अत्यंत गरीब है और इन्हें मदद की बेहद जरूरत है। जिले में काम करने वाली अन्य स्वयंसेवी संस्थाएं व राजनैतिक दलों के लोग इनकी मदद को आगे आयें। जिससे इन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके और इनके परिवार का जीवन-यापन अच्छे से हो सके।

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