रेप कर नाबालिक स्टूडेंट को मारकर कुएं में फेंका, पिता बोले- बाबा के दर्शन करके आया तो बेटी थी लापता

 

 

राजस्थान:  12वीं क्लास की स्टूडेंट का किडनैप, रेप और फिर हत्या का मामला अभी तक सुलझा नहीं है। पुलिस अलग-अलग एंगल से मामले की जांच कर रही है। लड़की का शव कुएं से निकाला गया तब फूला हुआ नहीं था और न ही पानी के उपर तैरता मिला। ऐसे में संभावना है कि लड़की को मारकर कुएं में डाला गया था। उसके शरीर पर भी किसी प्रकार की चोट के निशान नहीं है। हालांकि पिता की रिपोर्ट पर स्कूल टीचर को गिरफ्तार किया गया है। वहीं घटना के बाद से माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे है।

 

 

दरअसल, मामला सवाई माधोपुर के बौंली एक गांव का है। 16 साल की स्टूडेंट के पिता ने 9 अगस्त को उसकी किडनैपिंग का मामला दर्ज करवाया था। लड़की 8 अगस्त से घर से लापता थी। तीसरे दिन उसका शव कुएं से बरामद किया गया था।

बातचीत के दौरान लड़की के पिता ने पूरे घटनाक्रम को बताया। पिता ने बताया कि 8 अगस्त को वह भर्तहरी बाबा के दर्शन करने गया था। रात को उसके पिताजी का फोन आया कि बेटी घर पर नहीं है। वह घर पर आया। तब बेटी और उसके स्कूल के टीचर रामरतन पुत्र राधेश्याम मीणा निवासी नारोली चौड के बीच मोबाइल पर बातचीत होना सामने आया। टीचर को फोन किया तो उसने बेटी उसके पास नहीं होने की बात कही। आस-पास और रिश्तेदारी में फोन किया, लेकिन कुछ पता नहीं चला।

 

 

अगले दिन बौंली थाने में नाबालिग किशोरी की किडनैपिंग की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने कई जगह जगह पर बेटी की तलाश की। इस दौरान परिवार के ही एक कुएं में चप्पल तैरती मिली,जो बेटी की थी। इसके बाद कुएं में तलाश की तो शव मिला। पिता ने बताया कि बेटी के गुम होने के बाद टीचर रामरतन के खिलाफ किडनैपिंग मामला दर्ज करवाया गया था। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने टीचर को उसके गांव नारौली चौड़ से डिटेन कर पूछताछ की। जिसके बाद टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल पुलिस किडनैपिंग के दर्ज मामले में रेप और हत्या की धारा जोड़कर जांच कर रही है।

आरोपी टीचर पिछले 2 साल से बौंली के एक सरकारी स्कूल में पढ़ाता था। स्कूल स्टॉफ और बच्चों ने बातचीत के दौरान बताया कि वह दसवीं क्लास को गणित पढ़ाता था। टीचर और क्लास के बच्चों के बीच मोबाइल पर बात होती थी। टीचर नारोली चौड़ से हर दिन अप डाउन करता था। बताया जा रहा है टीचर की पत्नी भी एक टीचर हैं। जो वर्तमान में राजसमंद में कार्यरत हैं। वहीं टीचर के दो बेटे दस और आठ साल के है। टीचर का नाबालिग किशोरी के घर उसका आना-जाना था। स्कूल स्टॉफ ने आरोपी को मृतक छात्रा से बात करने को रोका भी था।

 

लड़की से रेप और मौत के बाद स्कूल में पढ़ने वाली दूसरी बच्चियों को माता-पिता को डर सताने लगा है। वे उन्हें स्कूल भेजने से डरने लगे है। हालांकि ग्रामीणों की मांग पर पूरे स्टॉफ को बदल दिया गया है। वहीं आरोपी टीचर को निलंबित कर दिया गया।

सवाई माधोपुर SP हर्षवर्धन अगरवाला ने बताया कि मामला संदिग्ध होने पर पिता की रिपोर्ट पर किडनैपिंग में रेप और हत्या की धारा भी जोड़ दी गई। संदेह होने पर शव मिलने के लगभग 16 घंटे बाद टीचर को डिटेन कर लिया गया था। पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है। मामले की जांच CO बौंली मीना मीणा कर रही है।

 

 

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