लखनऊ में ऐशबाग स्थित प्लाईवुड फैक्ट्री में मंगलवार रात तीन बजे के करीब आग लग गई। आग की लपटें देख आसपास के लोगों ने पुलिस और दमकल को सूचना दी। दमकल की सात गाड़ियों ने करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।
आग बुझाते समय फैक्ट्री में बने पानी के टैंक (गर्म पानी) में पैर जाने से तीन दमकल कर्मी झुलस गए। जिसमे दो का सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है, वहीं एक को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
ऐशबाग मोतीनगर लेन गुप्ता जी का हाता स्थित स्मृति बंसल प्लाईवुड फैक्ट्री में मंगलवार रात करीब तीन बजे आग लगने पर वहां रहने वालों ने पानी डालकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। आग की सूचना पर हजरतगंज एफएसओ राम कुमार रावत टीम के साथ मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने की कोशिश की। साथ आसपास के फायर स्टेशन से भी दमकल की गाड़ियों को बुलाया। एफएसओ राम कुमार के मुताबिक लकड़ी में आग लगने से चारों तरफ धुआं भरा था। फैक्ट्री में लकड़ी और प्लाई भरी होने से आग तेजी से फैली। सात दमकल ने तीन घंटे के मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया।
एफएसओ के मुताबिक फायर कर्मी मानेंद्र सिंह का पैर आग बुझाते वक्त एक गड्ढे में चला गया। जिस पर प्लाई पड़ी होने से उन्हें गढ़े होने का अंदाजा नहीं हुआ। पानी गर्म होने से उनका पैर और हाथ झुलस गया। वहीं उन्हें बचाने में सहयोगी नवनीत कुमार और आशीष पांडेय भी झुलस गए। तीनों को सिविल अस्पताल भेजा गया। जहां आशीष को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। वहीं मानेंद्र और नवनीत की स्थिति को देखते हुए भर्ती कर लिया गया।