उत्तर प्रदेश के मथुरा में गुरुवार की दोपहर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने एक मसाला फैक्टरी पर छापेमारी की। इस दौरान फैक्टरी में खाद्य मसालों की पिसाई एवं पैकिंग नियमों को ताक पर रखकर किए जाते हुए मिली। वहीं पर कारीगर चाय की पत्ती की पैकिंग भी कर रहे थे। टीम ने कई सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे हैं।
जिले के कोसी कोटवन क्षेत्र में नेशनल हाईवे-2 पर एक मसाला फैक्टरी स्थित है। टीम ने सहायक आयुक्त डॉक्टर गौरीशंकर के नेतृत्व में यहां छापेमारी की। कारोबारी से फैक्टरी संचालन का लाइसेंस मांगने पर वह लाइसेंस नहीं दिखा सके। निरीक्षण के उपरांत मसालो में गंभीर मिलावट पाई गई। यहां पिसी हल्दी, साबुत हल्दी, धनिया पाउडर, मिर्च पाउडर खुला तथा मिर्च पाउडर पैक्ड, खुली चाय तथा पैक्ड चाय के सात सैंपल जांच के लिए संग्रहित किए।
फैक्टरी में मसालों एवं चाय की खराब गुणवत्ता को देखते हुए इसे सीज कर दिया। इसमें साबुत हल्दी करीब ,पिसी हल्दी, पैक्ड हल्दी, लाल मिर्च खुली एवं पैक्ड, धनिया पिसा एवं साबुत, चाय पत्ती शामिल है। इसकी अनुमानित कीमत करीब 27 लाख रुपए है। इसके बाद फैक्टरी को बंद करा दिया गया।
इसके बाद टीम नेशनल हाईवे-2 पर स्थित वरुण बेवरेज कोल्ड ड्रिंक प्लांट पहुंची। यहां कैंटीन से बेसन, तैयार सब्जी तथा खाद्य तेल एवं सॉफ्ट ड्रिंक बनाने में प्रयुक्त होने वाली शुगर तथा तैयार एनर्जी ड्रिंक के पांच सैंपल संग्रहित करके जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा।
इस दौरान सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ गौरीशंकर ने कहा कि सभी खाद्य कारोबारियों से अनुरोध है कि वे गुणवत्ता युक्त खाद्य एवं पेय पदार्थ का ही विक्रय करें। यदि मिलावट करते हुए पकड़े जाएंगे तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।