भ्रष्टाचार के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस की नीति को ठेंगा दिखा रहे ग्राम पंचायत रहुसत के हुक्मरान

 

ओमप्रकाश गौतम संवाददाता

अतर्रा/ बांदा | ग्राम पंचायत रहो शक्तियों को आयोजन सुर्खियों में रहता है और जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों की मौन सहमति की वजह से भ्रष्टाचार का जिले का सबसे बड़ा केंद्र भी बन चुका है ग्राम पंचायत के निवासी उमाकांत शुक्ला द्वारा गांव के भ्रष्टाचार की लगातार शिकायत उच्चाधिकारियों से की जाती है लेकिन वह शिकायतें मात्र खानापूर्ति ही साबित होती है मनरेगा आवास शौचालय सहित सरकार की तरफ से चलाई जा रही अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं प्रधान पति सचिव खंड विकास अधिकारी की मिलीभगत के चलते ग्राम पंचायत में दम तोड़ती हुई नजर आ रहे हैं यही नहीं शिकायत करने वाले व्यक्तियों को जान से मारने की लगातार धमकियां भी मिल रहे हैं जिसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से कर रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन से लेकर कोई भी उनकी सुनने वाला नहीं है | प्रधान पति अशोक कुमार बढ़िया भ्रष्टाचार में सदस्य लिप्त है कि रोज नए नए घोटाले वह करता जा रहा है और जिम्मेदार हुक्मरान आंख बंद करके अपनी मौन सहमति प्रदान किए हुए हैं| पंचायत निवासी धनपत चक्रवर्ती ने मांग की कि स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी यहां की विकास कार्यों की जांच कराएं तो सारी भट्टाचार्य की पोल उजागर होगी और कई सफेदपोश भी जेल जाएंगे लेकिन हम गरीब हैं हमारी कोई सुनता नहीं है |
ग्राम पंचायत रघु श्रीमती उमाकांत शुक्ला ने बताया कि लगातार गांव के भ्रष्टाचारियों की शिकायतें में उच्चाधिकारियों से करता रहता हूं जिसका परिणाम यह हुआ कि प्रधान द्वारा मेरे ऊपर कई हजार कराई गई मुजफ्फर किया गया लेकिन मैं इनके भ्रष्टाचार की पोल लगातार खोलता रहूंगा | पंचायत निवासी निवासी गुड़िया पत्नी धनपत प्रजापति ने आवास की मांग ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तर तक की लेकिन भ्रष्टाचार में लिया प्रशासन ने गरीब की गुहार नहीं सुनी
ग्राम पंचायत द्वारा आवास ना देने के कारण सर्वप्रथम प्रार्थी ने जनसुनवाई पोर्टल पर कार्रवाई के लिए शिकायत की लेकिन प्रत्येक बार संम्बधित सचिव भईयालाल,सहायक खंण्ड विकास अधिकारी व स्वयं खण्ड विकास अधिकारी ने प्रधान पति अशोक बेटियां के कहने पर झूठी रिपोर्ट प्रेषित किया रिपोर्ट में कभी आवास ससुर का पक्का मकान बताकर अपात्र बताया है तो कभी प्रार्थी को जान से मारने की धमकी अन्य व्यक्तियों द्वारा प्रेषित करते हैं इसी क्रम में प्रार्थी ने 11 अप्रैल 2023 ,22 में 2023 को C.D.O व D.M बांदा को आवास के संबंध में शिकायती पत्र दिया लेकिन गरीब की आवाज नहीं सुनी गई और फिर वही झूठी रिपोर्ट को सत्य माना गया है
जबकि प्रार्थी अपने पिता से अलग रहता है जिसका मकान नंबर 57 जॉब कार्ड संख्या 3142 है प्रार्थिनी का श्रमिक कार्ड संख्या 094 157 97367 11 9 है वोटर कार्ड संख्या NVV2272615 हैं इसलिए भाजपा सरकार की नीतियां तो सही परंतु लागू करने में प्रशासन कर रहा भ्रष्टाचार अंतः सरकार से निवेदन है कि गरीब की मांग पूरा कर लाए अन्यथा लोगों में दहशत की भावना जागृत हो रही है | ग्राम पंचायत रहाउसर में आवास के पात्र लोगों के तमाम ऐसे वीडियो हमारे पास उपलब्ध हैं जिनमें वह प्रधान और सचिव द्वारा पैसे लेने की बात कबूल कर रहे हैं लेकिन दुर्भाग्य की बातें है कि जीन जिम्मेदार अधिकारियों को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए उनको यह वीडियो ऑडियो ना सुनाई देते और ना दिखाई देते हैं |

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