ओमप्रकाश गौतम संवाददाता
अतर्रा/बांदा| अतर्रा ग्रामीण में स्वछ भारत मिशन के तहत लगाये गये कचड़ा संग्रहण वाले डिब्बो के कूड़े का उठान पंचायत द्वारा नहीं कराया जा रहा है, जबकि कचरा ढोने के लिए 5 रिक्शे सरकार द्वारा दिए गए हैं परंतु उन रिक्शो से अन्यत्र कार्य किये जा रहे है | सरकार द्वारा पंचायतों को साफ स्वछ रखने के लिए लाखों रूपया प्रति माह दिया जाता है | लेकिन बिडम्बना यह है कि पैसा तो हर महीने खर्च होता है कितु गंदगी ज्यो कि त्यो बनी रहती है |
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पंचायत आदर्श ग्राम पंचायत है और कचरा प्रबंधन के लिए लाखों रुपये की लागत से ठोस एवं वशिष्ठ कचरा प्रबंधन केंद्र भी बनाया गया है जो बनकर तैयार भी हो चुका है | लेकिन वह भी मात्र दिखावा साबित हो रहा है |
कहने को तो पंचायत के लगभग हर मजरे पर कूड़ा इकट्ठा करने के लिए डिब्बे लगाये गये हैं, एवं कुछ जगहों पर लोहे के कूड़ा भंडारण केन्द्र बनाये गए हैं परंतु जब से यह बने तब से एक भी बार इनमें इकट्ठा हुए कूड़े को नहीं उठाया गया है | परिणामस्वरूप जानवरो द्वारा कूड़े को फैलाया जाता है और स्वछता की जगह गंदगी फैल रही है अगर जिम्मेदारो द्वारा तनिक भी गम्भीरता दिखाई जाऐ तो इसको रोका जा सकता है |
खंड विकास अधिकारी नरैनी ने कहा सचिव और प्रधान से बात करके कूड़ा कलेक्शन का काम प्राथमिकता से कराया जाएगा और लगभग लगभग सभी पंचायतों में कूडा कलेक्शन के लिए उचित संसाधन मुहैया करा दिए गए हैं |