जम्मू। हरि पर्वत की तलहटी में स्थित इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन ने शनिवार को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन) में अपना नाम दर्ज करा लिया है। यह गार्डन एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन के रूप में विख्यात है, जो 15 लाख ट्यूलिप बल्बों की सुंदर श्रृंखला से सुसज्जित है। यह 68 विशिष्ट ट्यूलिप फूलों की किस्मों के एक शानदार समूह का प्रतिनिधित्व करता है
ट्यूलिप गार्डन में शनिवार को आयोजित एक औपचारिक समारोह में आयुक्त सचिव फ्लोरीकल्चर गार्डन और पार्क शेख फैयाज अहमद को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन) के अध्यक्ष और सीईओ संतोष शुक्ला द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन) के संपादक दिलीप एन पंडित, फ्लोरीकल्चर कश्मीर के निदेशक, अन्य अधिकारी और बागवानी कर्मचारी मौजूद रहे।
इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन, जो अपने मनमोहक एवं सुंदर दृश्य के लिए जाना जाता है। इसके साथ ही ट्यूलिप का एक शानदार संग्रह भी है। यहां असंख्य फूलों की प्रजातियां हैं। नाजुक डैफोडिल्स, सुगंधित जलकुंभी, शानदार गुलाब, आकर्षक रानुनकुलस, जीवंत मस्करिया और आकर्षक आइरिस फूल प्रतिष्ठित ट्यूलिप के साथ खिलते हैं, जो रंगों और सुगंधों की एक आकर्षक टेपेस्ट्री बनाते हैं।
इस मौके पर आयुक्त सचिव ने इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन की भव्यता को स्वीकार करने के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन) टीम के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसे बड़ी उपलब्धि माना, जो न केवल श्रीनगर के फूलों के खजाने का कद बढ़ाएगी, बल्कि कश्मीर की शांत घाटियों में स्थानीय अर्थव्यवस्था के विकास में भी योगदान देगी।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अध्यक्ष और सीईओ संतोष शुक्ला ने इस उपलब्धि के लिए संगठन की केंद्रीय कार्य समिति को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह मान्यता इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन की अद्वितीय सुंदरता और भव्यता को रेखांकित करती है, जो इसे प्रकृति की भव्यता और मानवीय सरलता के प्रतीक के रूप में स्थापित करती है।