हिंदुत्व के पुरोधा, प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त, सदैव गरीबों, पिछड़ों के उत्थान को समर्पित रहे राजस्थान के पूर्व राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के पहले मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले कल्याण सिंह की दूसरी पुण्यतिथि को भाजपा “हिन्दू गौरव दिवस” के रूप में मनाया
ब्यूरो संजीव शर्मा
न्यूज वाणी इटावा भारतीय जनता पार्टी कार्यालय पर पूर्व जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ रमाकांत शर्मा की अध्यक्षता में कल्याण सिंह की द्वितीय पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित की । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ रमाकांत शर्मा ने बताया कि अलीगढ़ के अतरौली से निकलकर कल्याण सिंह ने देश की राजनीति में एक मुकाम हासिल किया था। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को जब 1991 में पहली बार सरकार बनाने का अवसर मिला तो पार्टी ने लोधी समाज से आने वाले कल्याण सिंह को आगे कर एक बड़ा निर्णय लिया। यूपी की राजनीति में भाजपा की रणनीति अपने जड़ों को जमाने के लिए ओबीसी समुदाय को टारगेट करने की रही थी । इसमें पार्टी 2014 आते-आते पूरी तरह से सफल हो गई। ऐसे में कल्याण सिंह को भाजपा के शासन की पौध यूपी के राजनीतिक मैदान में लगाने का श्रेय जाता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिवाकांत चौधरी ने कहा कि कल्याण सिंह लोधी समाज के बड़े नेता माने जाते हैं। यूपी में भाजपा को गैर यादव ओबीसी के बीच स्थापित करने में कल्याण सिंह की बड़ी भूमिका रही है। ऐसे में वे एक समय में यूपी ओबीसी के निर्विवाद तौर पर बड़े नेता के तौर पर माने जाते रहे। 4 दिसंबर 2014 को उन्हें राज्यपाल बनाया गया। 21 सितंबर 2021 को उनका निधन हो गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला मंत्री राहुल राजपूत ने कहा कि कल्याण सिंह को सीना ठोककर राजनीति करने वाले नेताओं के रूप में माना जाता है। उन्होंने अपने शासनकाल में कई ऐसे फैसले लिए, जिसकी आज भी चर्चा होती है। उन्होंने अपराधी और माफियाओं के खिलाफ उत्तर प्रदेश में एक बड़ा अभियान शुरू कराया था। उनके शासनकाल में कई माफियाओं का एनकाउंटर हुआ था।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला मंत्री जितेंद्र गौड़ ने कहा कि कल्याण सरकार के शासनकाल की परीक्षा व्यवस्था की आज भी चर्चा होती है। उन्होंने नकल पर जबर्दस्त नकेल लगाई थी। उत्तर प्रदेश में बढ़ते संगठित अपराध को खत्म करने के लिए डेडिकेटेड फोर्स यूपी स्पेशल टास्क फोर्स की स्थापना उनके शासनकाल के दौरान ही की गई थी। यूपी एसटीएफ को तब कई विशेष अधिकार दिए गए थे। कल्याण सिंह ने बाबरी विध्वंस के बाद किसी के कंधे पर बंदूक रखने की कोशिश नहीं की। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया था कि कारसेवकों पर किसी भी स्थिति में गोली नहीं चलाई जाएगी। ऐसे में बाबरी विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष हरनाथ सिंह कुशवाह, देवप्रताप भदौरिया, जिला मंत्री चक्रेश जैन, जिला कोषाध्यक्ष संजीव भदौरिया, जिला मीडिया प्रभारी रोहित शाक्य, कार्यालय प्रभारी रवि धनगर, महिला मोर्चा उपाध्यक्ष अकांक्षा गुप्ता, उषा चंद्रा, पिंकी श्रीवास्तव, अनुसूचित मोर्चा अध्यक्ष उदयवीर दोहरे, जसवंतनगर विधानसभा विस्तारक जॉनी राघव, रोहित भदौरिया, करन श्रीवास्तव सहित पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहें ।