कानपुर देहात में अमौली गांव निवासी पुलिस विभाग में तैनात हेड कांस्टेबल की मां ने गुरुवार को चाकू से खुद का गला रेतकर जान दे दी। घटना की सूचना पर पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए। परिजनों के अनुसार महिला मनोरोग से पीड़ित थी।
अमौली गांव निवासी किसान शिव करन सिंह के परिवार में पत्नी मिथलेश कुमारी, दो बेटियां प्रीति, दीप्ति, बेटा योगेंद्र सिंह व बहू सोनिका हैं। योगेंद्र उन्नाव जिले के गंगाघाट कोतवाली में हेड कांस्टेबल और उनकी पत्नी सोनिका कानपुर में ही एलआईयू में सिपाही है।
योगेंद्र ने बताया कि मंगलपुर में रहने वाली बहन प्रीति के ससुर का पिछले दिनों देहांत हो गया था। उनके तेहरवीं कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वह पत्नी के साथ गांव आए थे। तेहरवीं कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वह बुधवार को परिवार के साथ गांव लौटे थे।
गुरुवार की दोपहर में मां मिथलेश कुमारी घर के बाहर चाकू लेकर बैठीं थीं। वह और परिवार के कुछ लोग पास लगे पेड़ से नीबू तोड़ रहे थे। उसी दौरान मां मिथलेश ने चाकू से दो बार अपना गला काट लिया। मां को खून से लथपथ देख बहन दीप्ति घबरा गई।
उसके शोर मचाने पर सभी लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे। घायल मिथलेश को सीएचसी ले गए। वहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। योगेंद्र ने बताया कि मां मिथलेश मनोरोग से पीड़ित थीं। उनका पीजीआई लखनऊ में इलाज चल रहा था।
घटना की सूचना पाकर एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति, एएसपी राजेश पांडेय, सीओ अरुण सिंह, थाना प्रभारी समर बहादुर सिंह मौके पर पहुंचे और पड़ताल की। थाना प्रभारी समर बहादुर सिंह ने बताया कि मिथलेश कुमारी डिप्रेशन का शिकार थीं। उसी के चलते खुद ही चाकू से गला काट लिया है।