लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के पुलिसलाइन में साइबर क्राइम थानों की स्थापना के निर्देश दिए है। कहा कि इस कार्य को दो माह में पूरा कर लिया जाए। साथ ही प्रत्येक थाने में साइबर सेल की स्थापना के लिए संसाधन मुहैया कराए जाएं।
सीएम के निर्देश पर वर्तमान में परिक्षेत्रीय स्तर पर संचालित साइबर क्राइम थानों को अब सभी 75 जिलों तक विस्तार दिया जाएगा। साइबर सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा के दौरान शनिवार को सीएम ने कहा कि तकनीक के दुरुपयोग से अपराध की प्रकृति भी बदली है। कस्टमर केयर, पेंशन, बिजली बिल, वर्क फ्रॉम होम, सेक्स्टॉर्सन, लोन एप, पार्सल, फ्रेंचाइजी, फेक बेटिंग एप, क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट और पॉन्जी स्कीम में हो रहे फ्रॉड का आम आदमी शिकार हो रहा है।
इससे बचाव के लिए हर स्तर पर सतर्कता बरतनी होगी। सीएम ने कहा कि साइबर अपराधों से बचाव के लिए जागरूकता सबसे अहम है। हमें स्कूली पाठ्यक्रमों में इसे शामिल करना चाहिए। बीएसए, डीआईओएस को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित करते हुए चरणबद्ध रूप से प्रधानाचार्यों, शिक्षकों, फिर विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को जागरूक किया जाए। उन्होंने जागरूकता सामग्री तत्काल तैयार कर इसे क्रियांवित करने के निर्देश दिए
साइबर अपराधों की जांच व विवेचना के लिए पुलिस बल के प्रशिक्षण की आवश्यकता बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जिले से पांच पुलिस अधिकारियों को राज्य स्तर पर प्रशिक्षित किया जाए। प्रशिक्षित अधिकारियों द्वारा अपने जिले के प्रत्येक थाने से पांच निरीक्षक, उपनिरीक्षक को साइट्रेन पोर्टल पर उपलब्ध कोर्स के संबंध में प्रशिक्षण दिया जाए।