मैंने बहुत कोशिश की बेटी ..मुझे माफ कर दो….मैं तुम्हारी मां को नहीं बचा पाया…यह शब्द शिवप्रताप सिंह चौहान ने अपनी बेटी से घर पहुंचते ही कहे। इतना कहते ही वह बेसुध से हो गए तो लोगों ने सहारा देकर कुर्सी पर बैठाया। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने पानी मंगवाकर उन्हें पिलाया। इसके बाद मोहल्ले के लोगों ने उन्हें ढांढ़स बंधाया।
आदर्श नगर निवासी शिव प्रताप सिंह चौहान ने मदुरै रेल हादसे के दौरान चार लोगों की जान बचाई लेकिन अपनी पत्नी मिथिलेश कुमारी को खो दिया। रविवार शाम को हादसे में जान गंवाने वाले पांचों मृतकों के शव लेकर नगर विकास राज्यमंत्री राकेश राठौर गुरु व कारागार मंत्री सुरेश राही सीतापुर पहुंचे। उन्होंने मृतकों के घर जाकर परिजनों को शव सौंपे।
हादसे में जान गंवाने वालों में सीतापुर के हरीश भसीन पप्पू, शत्रुदमन सिंह, अंकुल कश्यप, दीपक कश्यप और मिथिलेश कुमारी शामिल हैं। इस दौरान जिलाधिकारी अनुज सिंह, एसडीएम सदर ज्ञानेंद्र द्ववेदी, सीओ राजेश कुमार साव, अभिषेक प्रताप व अन्य अधिकारी परिजनों को ढांढस बंधाते रहे ।
कारागार मंत्री बोले- ट्रेन में सिलिंडर कैसे गया, चल रही जांच
कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही ने कहा कि मदुरै हादसा बहुत दुखद है। हम अमौसी एयरपोर्ट से पांचोंशव लेकर आए हैं। शोकाकुल परिजनों के साथ सरकार हर कदम पर खड़ी है। जहां तक ट्रेन में सिलिंडर ले जाने का प्रश्न है तो वह जांच का विषय है। जांच चल रही है। यात्रियों से अपील है कि वह यात्रा के दौरान इस तरह के सामान ले जाने से बचें। यह बेहद दुखद हादसा है।