अतर्रा ग्रामीण के मनबढ़ कोटेदारों की मुख्यमंत्री से शिकायत

ओमप्रकाश गौतम संवाददाता

अतर्रा/बांदा | समाजसेवी ने अतर्रा ग्रामीण के उचित दर विक्रेताओं को अपनी दुकानें आवंटित स्थानों पर संचालित करने के लिए लगातार उच्चाधिकारियों से शिकायत कर रहा है लेकिन कोटेदार अधिकारियों से साठ गांठ करके सरकार की मंसा को ठेका दिखा रहे हैं | आनलाइन विभाग में शिकायत की गई थी जिसपर जिम्मेदारो ने अगस्त माह में दुकानों में आवंटित स्थानों पर संचालित करने की बात कही थी, लेकिन कोटेदारों के अहंकारी रवैये के आगे विभाग भी नतमस्तक नजर आ रहा है | जिससे आजिज आकर मुख्यमंत्री को रजिस्टर्ड पत्राचार के माध्यम से संम्पूर्ण जानकारी एवं शिकायत भेजी गई |
पत्र में लिखा की ग्राम पंचायात अतर्रा ग्रामीण तहसील अतर्रा जिला बांदा में ग्रामीण क्षेत्र की आठ सरकारी सस्ते राशन की दुकाने है जिनमें से मात्र दो दुकाने अपने आवटित क्षेत्र में संचालित है बाक़ी शेष 6 दुकाने शहर में स्थाई निवास करने वाले व्यक्तिओ के नाम पर आवंटित की गई है ,और उन दुकानों का संचालन भी शहर स्थित कोटेदारो के घरो से हो रहा है I ग्रामीण क्षेत्र के लोग 8 से 10 किलोमीटर दूर से अपना पैसा और समय दोनों खर्च करके आते है ईसके बावजूद कोटेदारो के यहाँ ना तो बैठने की उचित व्यवस्था है और नही पानी की I
श्रीमान जी कोटेदारो द्वारा कार्डधारको को 1 किलो कम राशन दिया जाता है और अभद्रता भी की जाती है ,चूकि कोटेदर सहर के है इस वजह से अपने जानकारो के शर में निवास करने वाले व्यक्तियों के कार्ड अपनी दूकान में बनवाते है और असल में जो ग्रामीण के लोग हक़दार है उनको इधर उधर भटकान पड़ता है I
श्रीमान जी इसकी शिकायत जिलापूर्ती अधिकारी को एवं खाद्य एवं रषद की शिकायत प्रणाली में आनलाईन किया था जिसपर जल्द ही दुकानों को आवंटित स्थानों पर संचालित करने की बात कही गई थी परन्तु पूरा महीना बीत जाने के बावजूद स्थिति यथा बनी हुई है I
श्रीमान जी आप से निबेदन की अति श्रीघ कार्यवाही करते हुए दोषियों को दण्डित करे I

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