इराक में 3 आतंकियों को दी गई फांसी, 2016 के कार बॉम्बिंग अटैक में थे आरोपी

 

विदेश: इराक ने 2016 के बम विस्फोट के लिए दोषी ठहराए गए तीन लोगों को फांसी दे दी है। इस विस्फोट में बगदाद शॉपिंग मार्केट में करीब 323 लोग मारे गए थे। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS ने ली थी। सोमवार को प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस बात की जानकारी दी।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा- PM मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने पीड़ितों के परिवारों के साथ एक बैठक की। उन्होंने परिवार वालों को बताया कि घटना में शामिल तीन प्रमुख आरोपियों को फांसी की सजा दी गई है। ये विस्फोट अमेरिका में हुए 9/11 हमले के बाद दुनिया का सबसे बड़े आतंकी हमलों में से एक था।

 

3 जुलाई, 2016 की सुबह बगदाद के कर्राडा शॉपिंग इलाके में कार बम विस्फोट हुआ था। इससे इलाके में भीषण आग फैल गई थी। रमजान का महीना होने की वजह से यहां काफी भीड़-भाड़ थी। हमले में कम से कम 323 लोग मारे गए थे। ये इराक पर अब तक हुए सबसे घातक हमलों में से एक था।

पुलिस मेजर जनरल तालिब खलील राही ने कहा कि उस समय हमलावर के मिनीबस में प्लास्टिक विस्फोटक और अमोनियम नाइट्रेट भरा हुआ था। राही ने कुछ दिनों बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि शुरुआती विस्फोट में कम संख्या में लोग मारे गए। लेकिन इलाके में आग की लपटें चारों ओर फैल गईं और लोग शॉपिंग सेंटरों के अंदर फंस गए।

 

इन सेंटरों में इमरजेंसी ऐक्जिट नहीं था जिससे कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। आग इतनी भयंकर थी कि मरने वाले की पहचान करना मुश्किल हो गया था। घटना के कारण तब के गृह मंत्री मोहम्मद गब्बन को इस्तीफा देना पड़ा था।

ISIS ने 2014 में बगदाद के उत्तर और पश्चिम के बड़े इलाकों पर कब्जा कर लिया था, लेकिन कर्राडा विस्फोट के समय इराकी सुरक्षा बलों ने जिहादियों से महत्वपूर्ण क्षेत्र वापस हासिल कर लिया था। USA के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन द्वारा समर्थित एक सैन्य अभियान के बाद इराक की सरकार ने 2017 के अंत में ISIS के खिलाफ जीत की घोषणा की थी।

 

अक्टूबर 2021 में, इराक ने कर्राडा विस्फोट के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी की घोषणा की। तत्कालीन प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-काधेमी ने कहा कि उस हमले में गजवान अलजावाबई मुख्य आरोपी था। एक सरकारी सूत्र ने AFP को बताया कि मौत की सजा पाने वालों में अल्जावाबई भी शामिल है।

हालांकि, पीएम सुदानी के कार्यालय के बयान में फांसी दिए गए लोगों का नाम या यह नहीं बताया गया कि उन्हें कब सजा सुनाई गई थी। इसमें कहा गया कि फांसी रविवार रात और सोमवार की सुबह में दी गई।

 

UN ने मार्च में एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया था कि ISIS के पास अभी भी पूरे इराक और पड़ोसी सीरिया में 5000 से 7000 सदस्य और समर्थक हैं, जिनमें से लगभग आधे लड़ाके हैं। ISIS दोनों देशों में सुरक्षा बलों और नागरिकों को निशाना बना रही हैं। UN की रिपोर्ट में कहा गया है कि सीमा के दोनों ओर लगातार आतंकवाद विरोधी अभियानों से ISISI काफी कमजोर हो गया है।

 

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