फतेहपुर में दिव्यांग भाई से मंगलवार को झगड़ा करने के बाद गुस्से में बहन नहर में कूद गई थी जिसको बचाने के लिए भाई ने भी छलांग लगा दिया था। मां दोनों को डूबते देखकर चीख पुकार करती रही, दोनों डूब गए थे। दोनों के शव को एसडीआरएफ की टीम ने बुधवार को बरामद कर लिया।
बकेवर थाना क्षेत्र के दूबेपुर के रहने 20 वर्षीय दिव्यांग दीपक सिंह कई साल से मानसिक रूप से बीमार चल रहा था। मां मीना देवी और 22 वर्षीय बहन रानी देवी दीपक का इलाज के साथ तंत्र मंत्र से ठीक कराने की कोशिश में लगी थी। उसी को लेकर मंगलवार की शाम बहन-भाई में किसी बार को लेकर विवाद हो गया और बहन रानी देवी घर से जान देने की बात कहकर निकली तो भाई दीपक और मां उसके पीछे निकले।
3 किलोमीटर दूर देवमई के पास निचली गंगा नहर में बहन कूद गई। जिसके बाद दिव्यांग भाई बहन को बचाने के लिए कूद गया। बेटी बेटा को नहर में कूदते ही मां मीना देवी बचाने के लिए चीखती- चिल्लाती रही, लेकिन कोई मदद को नहीं आया और दोनों नहर के तेज बहाव में डूब गए। मां ने कुछ दूर पर खड़ी डायल 112 के पुलिस कर्मियों को जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने गोताखोर और पीएसी के जवानों के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
बुधवार को लखनऊ से एसडीआरएफ की टीम पहुंची तो दोनों के शवों को बरामद किया गया। दोनों के शव देखकर मां मीना देवी कहती रही कि अब किसके साथ रहूंगी, कोई भी नहीं बचा घर पर। मां मीना देवी ने बताया कि उसकी तीन बेटी में एकता व मुक्ता की शादी हो चुकी है और रानी देवी व दीपक के साथ घर पर रहा करती थी।
अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा ने बताया कि मंगलवार की शाम बहन भाई नहर में डूब गए थे। जिनके शव को तलाश किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई थी। बुधवार को सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान दोनों का शव बरामद कर लिया गया। शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है।