2015 में ही बॉर्डर-2 बनाना चाहते थे सनी, कहा- फिल्में फ्लॉप हुईं तो प्रोड्यूसर्स पीछे हटे; अब गदर-2 के बाद सबकी राय बदली

 

बॉलीवुड के स्टार सनी देओल 2015 में ही बॉर्डर का सीक्वल बनाना चाहते थे। हालांकि उस वक्त उनकी कुछ फिल्में फ्लॉप हो गईं, जिसकी वजह से बात नहीं बन पाई।

सनी देओल ने कहा कि जब उनकी फिल्में फ्लॉप हुईं तो लोग (प्रोड्यूसर्स) घबराने लगे। उन्हें लगा कि यह भी फिल्म नहीं चल पाएगी। सनी ने कहा कि अब जबकि गदर-2 ब्लॉकबस्टर हो गई है, तो सभी फिर से इसे बनाने की सोच रहे हैं।

 

 

सनी देओल से पूछा गया कि क्या गदर की तरह बॉर्डर का भी सीक्वल बनने जा रहा है। जवाब में रणवीर अल्हाबादिया से बात करते हुए सनी ने कहा- सुन तो मैं भी रहा हूं। ये हम बहुत पहले करने वाले थे। पर उस वक्त मेरी फिल्म नहीं चली। लोग घबरा कर पीछे हटने लगे। अब सभी दोबारा फिल्म बनाने की बात कह रहे हैं।

सनी देओल चाहते हैं कि बॉर्डर का सीक्वल बने। उन्होंने आगे कहा- वो कैरेक्टर बहुत प्यारे थे। मुझे लगता है कि इसके कैरेक्टर्स को एक्सटेंशन तो मिलना चाहिए, लेकिन कहानी भी वैसी ही होनी चाहिए। तभी जस्टिफिकेशन हो पाएगा। मैं चाहता हूं कि ऑडियंस को वही एन्जॉय फील हो, जो गदर-2 देखने के बाद फील हुआ।

 

 

पहले ऐसी खबरें आई थीं कि जेपी दत्ता बॉर्डर का सीक्वल बनाने जा रहे हैं। बताया गया कि बॉर्डर-2 में भारी-भरकम एक्शन सीक्वेंस देखने को मिलेंगे। फिल्म में इस जेनरेशन के एक्टर्स होंगे। पुरानी वाली फिल्म से एक भी एक्टर्स नहीं होंगे। सिर्फ सनी देओल इकलौते पुराने एक्टर होंगे।

हालांकि खुद सनी ने इस बात का खंडन कर दिया। सनी ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि मीडिया में जो खबरें चल रही हैं, वो गलत हैं। सनी ने कहा कि वो जल्द ही एक नई अनाउंसमेंट करेंगे, तब तक आप गदर-2 पर ऐसे ही प्यार बरसाते रहिए।

 

 

सनी देओल ने इस इंटरव्यू में एक और दिलचस्प बात बताई। हम अक्सर सनी देओल को फिल्मों में गुंडों की पिटाई करते देखते हैं। हालांकि कम ही लोगों को पता होगा कि सनी ने रियल लाइफ में भी लोगों की पिटाई की है।

सनी के मुताबिक, एक बार स्टेडियम में मैच देखने के दौरान उन्होंने कुछ लोगों की पिटाई कर दी थी। सनी देओल उस वक्त 20 साल के रहे होंगे। उन्होंने फिल्मों में डेब्यू भी नहीं किया था। क्रिकेट मैच देखने के दौरान कुछ लोगों ने सनी के ऊपर सिगरेट के टुकड़े फेंकने शुरू कर दिए। सनी इस पर आग बबूला हो गए और उन मनचलों से वहीं भिड़ गए।

 

 

घटना को याद करते हुए सनी देओल ने इसी इंटरव्यू कहा- मैं पहले बहुत गुस्सा हो जाया करता था। इसकी वजह से लड़ाइयां भी बहुत होती थीं। एक बार मैं भारत और न्यूजीलैंड का मैच देखने स्टेडियम गया था।

वहां दर्शकों में बैठे कुछ लोगों को पता चल गया कि मैं धर्मेंद्र का बेटा हूं। वे थोड़े राउडी किस्म के लोग थे। उन्होंने मुझे परेशान करना शुरू कर दिया। सिगरेट के डिब्बे फेंकने शुरू कर दिए। मैं उस वक्त 20 साल का था।

मैं उस वक्त काफी ज्यादा गुस्सैल स्वभाव का था। मैंने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। मामला इतना बिगड़ गया कि पुलिस भी आ गई। उन्होंने मुझे वहां से बाहर निकाला।

 

 

 

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