ओमप्रकाश गौतम संवाददाता
अतर्रा/बांदा | ग्राम पंचायत अतर्रा ग्रामीण विकासखंड नरैनी के उचित दर विक्रेता खुलेआम प्रशासन के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं | आपकी जानकारी के लिए बता दें पिछले कई महीनों से न्यूज़ वाणी समाचार द्वारा लगातार इन कोटेदारों के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है लेकिन विभाग के उच्च अधिकारियों को भी जानकारी होने के बावजूद भी कोटेदारों पर कार्रवाई नहीं हो रही है ,जिससे यह साबित होता है कि विभागीय अधिकारियों की सह और मिली भगत से यह खेल किया जा रहा है | पूरी जानकारी इस प्रकार है कि अतर्रा ग्रामीण क्षेत्र की 6 दुकान शहर में चल रही हैं ,जो आवंटित ग्रामीण क्षेत्र से है, लेकिन उनकी गलत चौहद्दी और गलत निवास प्रमाण पत्र लगा करके दुकान आवंटित की गई जिसकी अगर निष्पक्ष जांच हो तो तत्कालीन विभागीय अधिकारी और कर्मचारी भी नपेंगे शायद इसी वजह से इन पर कार्रवाई भी नहीं की जा रही है| वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्र के 6 कोटेदारों का निवास स्थान शहर में है,और वह शहर में अपने घर में बैठकर के दुकानों को संचालित करते हैं यही नहीं घाटतौली, कार्डधारको से अभद्रता जैसे अनेक आरोप लगने के बावजूद और उच्च अधिकारियों को लिखित एवं मौखिक रूप से अवगत कराने के बावजूद भी आज पूरा एक महीना बीत जाने के बाद कोटेदारों पर कार्रवाई नहीं हो रही है क्षेत्रीय कार्यालय अतर्रा में पूर्ति निरीक्षक अरुण पांडे को लिखित एवं मौखिक रूप से अवगत कराया था आईजीआरएस के माध्यम से भी शिकायत डाली गई थी उसमें भी समाधान की बात कही गई थी लेकिन कोटेदारों से कमीशन का पैसा खाकर के अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं और आम जनता अपने अधिकार के लिए दर-दर भटक रही है |